सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (SILIC) को प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (सैट) की ओर से बड़ी राहत मिली है। सहारा इंडिया बड़ी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए सैट ने दो लाख पॉलिसी एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस (SBI) को हस्तांतरित करने के बीमा नियामक इरडा (IRDAI) के आदेश पर मंगलवार को रोक लगा दी है। इरडा ने गत दो जून को पारित अपने आदेश में सहारा इंडिया लाइफ का पूरा कारोबार एसबीआई लाइफ को हस्तांतरित करने को कहा था।
सहारा ने की थी अपील
सैट का यह आदेश सहारा इंडिया लाइफ की उस अपील पर आया है जिसमें भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के आदेश को चुनौती दी गई थी। इरडा ने इसी महीने की शुरुआत में अपने एक आदेश में सहारा इंडिया लाइफ का पूरा कारोबार एसबीआई लाइफ को हस्तांतरित करने को कहा था। इसके अलावा बही खातों एवं बैंक खातों को भी स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया था। सहारा समूह की बीमा कंपनी की बिगड़ती वित्तीय सेहत को देखते हुए इरडा ने यह फैसला किया था। इसके खिलाफ सहारा इंडिया लाइफ ने सैट में अपील की थी।
अब पॉलिसियों का क्या होगा
सैट के ताजा आदेश के बाद फिलहाल सहारा के करीब 2 लाख पॉलिसी होल्डर का मामला अटक गया है।अपीलीय न्यायाधिकरण ने मंगलवार को पारित अपने आदेश में कहा कि इरडा के इस आदेश के क्रियान्वयन पर अगले आदेश तक रोक लगाई जा रही है। यह मामला अब तीन अगस्त को आगे की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है। सहारा इंडिया लाइफ ने अलग से जारी बयान में कहा कि प्रथम दृष्टया नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों का पालन नहीं किया गया था। उसने कहा कि सहारा इंडिया लाइफ अपने पॉलिसीधारकों का सर्वोत्तम हित सुरक्षित रखने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।
एसबीआई ने दिया था ये बयान
पिछले हफ्ते ही एसबीआई लाइफ ने इसे विलय कहने से इंकार करते हुए कहा है कि यह सिर्फ संपत्तियों का हस्तांतरण है। एसबीआई लाइफ ने सहारा लाइफ इंश्योरेंस के पॉलिसीधारकों की देनदारियों और संपत्तियों के हस्तांतरण पर कहा है कि यह दो कंपनियों का विलय नहीं है। बयान के अनुसार, एसबीआई लाइफ जल्द ही इन बीमाधारकों से संपर्क करेगा और सुगम लेनदेन के लिए संबंधित सूचना देगा।