Highlights
- 8 सीटों वाली एमपीवी कारों के लिए सरकार 6 एयरबैग अनिवार्य
- ग्राहकों को स्टार-रेटिंग के आधार पर सुरक्षित कार चुनने का विकल्प
- वाहनों की कीमत में इजाफा हो सकता है लेकिन पैसेंजर की सुरक्षा बढ़ेगी
Safety Features :
भारत में सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों के आंकड़े को कम करने के लिए सरकार मिशन मोड पर जुट गई है। इस बीच सरकार एक अहम कदम उठाने जा रही है, जिसके तहत अब 8 सीटों वाली एमपीवी कारों के लिए सरकार 6 एयरबैग को अनिवार्य बनाने जा रही है। इस फैसले से जहां वाहनों की कीमत में इजाफा हो सकता है लेकिन इस कदम से दुर्घटना में मौत की आशंका को रोका जा सकता है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि सरकार आठ सीट वाले वाहनों में छह एयरबैग को अनिवार्य बनाएगी। इसके तहत वाहन निर्माता गाड़ियों को और सुरक्षित बनाने के लिये आठ यात्रियों को ले जाने वाले वाहनों में छह एयरबैग उपलब्ध कराएंगे।
एक्सीडेंट में हर साल 1.5 लाख की मौत
‘इंटेल इंडिया सेफ्टी पॉयोनियर्स कॉन्फ्रेन्स’ 2022 को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि हर साल देश में होने वाले पांच लाख सड़क हादसों में करीब 1.5 लाख लोगों की जान जाती है। मंत्री ने कहा, ‘‘हमने मोटर वाहनों में कम-से-कम छह एयरबैग उपलब्ध कराने को अनिवार्य करने का निर्णय किया है। हम लोगों के जीवन को बचाना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें इसके लिये वाहन उद्योग समेत सभी पक्षों से सहयोग की जरूरत है।’’
पैसेंजर कारों के लिए 2 एयरबैग अनिवार्य
बता दें कि सरकार पहले ही पैसेंजर कारों के लिए 2 एयरबैग को अनिवार्य कर चुकी है। बीएस 6 मानक लागू होने के बाद से ड्रायवर सीट के साथ ही बगल की फ्रंट सीट के लिए भी एयरबैग लगान अनिवार्य हो गया है। इसके अलावा कई लक्जरी कारों पीछे बैठे यात्रियों के लिए भी एयरबैग देती हैं, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है।
Crash Tests बनेगा वाहनों को 'स्टार रेटिंग' देने का पैमाना
पिछले हफ्ते सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कि ‘भारत नया कार आकलन कार्यक्रम’ (भारत एनकैप) देश में ग्राहकों को स्टार-रेटिंग के आधार पर सुरक्षित कार चुनने का विकल्प देगा। साथ ही यह सुरक्षित वाहनों के विनिर्माण के लिए मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा, मैंने भारत एनकैप शुरू करने के लिए जीएसआर अधिसूचना के मसौदे को मंजूरी दे दी है। इसके तहत भारत में वाहनों को दुर्घटना परीक्षण में उनके प्रदर्शन के आधार पर स्टार रेटिंग दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘क्रैश’ परीक्षणों के आधार पर भारतीय कारों की स्टार रेटिंग कारों में संरचनात्मक और यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ही नहीं बल्कि भारतीय वाहनों का निर्यात बढ़ाने के लिहाज से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
वाहनों को सुरिक्षत बनाना मकसद
उन्होंने कहा कि भारत एनकैप देश को दुनिया का शीर्ष वाहन केंद्र बनाने के उद्देश्य के साथ हमारे वाहन उद्योग को आत्मानिर्भर बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह कार्यक्रम विनिर्माताओं को सुरक्षा परीक्षण मूल्यांकन कार्यक्रम में स्वेच्छा से भाग लेने और नए कार मॉडलों में उच्च सुरक्षा स्तरों को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। प्रस्तावित आकलन के तहत एक से पांच स्टार तक स्टार रेटिंग दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य देश में दुर्घटना के लिहाज से परिवहन को सुरक्षित बनाना है। गडकरी ने हाल ही में कहा था कि सरकार का 2024 तक सड़क दुर्घटना में होने वाली मौत को 50 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य है।