सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में कमजोरी और विदेशी फंड्स की लगातार निकासी के बीच डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया भी 4 पैसे की ताजा गिरावट के साथ 84.11 रुपये (अस्थायी) के अपने नए ऑल टाइम निचले स्तर पर आ गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि भारतीय रुपया घरेलू बाजारों के दबाव में अभी तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। बताते चलें कि आज भारतीय शेयर बाजार में 1 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। इसके साथ ही, कच्चे तेल की कीमतों में सुधार और एफआईआई की निकासी से भी निवेशकों का ट्रेंड प्रभावित हुआ। हालांकि, डॉलर में नरमी ने तेज गिरावट को रोक दिया।
आज 84.07 पर खुला था भारतीय रुपया
इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज मार्केट में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 84.07 पर खुला। कारोबार के दौरान ये 84.06 के उच्चस्तर और 84.12 के निचले स्तर के बीच कारोबार के बाद आखिर में चार पैसे की गिरावट के साथ 84.11 प्रति डॉलर (अस्थायी) के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 1 पैसे की तेजी के साथ 84.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बताते चलें कि दिवाली के मौके पर शुक्रवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार बंद रहा था। इस बीच, दुनिया की 6 प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दिखाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 103.73 पर कारोबार कर रहा था।
डॉलर में भी आई गिरावट
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी ने कहा कि शुक्रवार को अमेरिका से निराशाजनक नॉन-एग्रीकल्चर पेरोल रिपोर्ट और आईएसएम मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई डाटा के कारण डॉलर में गिरावट आई। अमेरिका ने अक्टूबर, 2024 में 1,06,000 जॉब्स के पूर्वानुमान के मुकाबले सिर्फ 12,000 नौकरियां दीं, जबकि आईएसएम मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई अक्टूबर में 46.5 पर आ गया, जो 47.6 के अनुमान से कम है। इसके अलावा, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.63 प्रतिशत बढ़कर 75.02 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।