Highlights
- वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अमेरिका और भारत दोनों ही अत्यंत महत्वपूर्ण हैं
- भारत विभिन्न देशों से ‘रुपे’ को उनके यहां स्वीकार्य बनाने के लिए बात कर रहा
- इसके अलावा यूपीआई, भीम ऐप और एनसीपीआई पर भी काम किया जा रहा
RuPay: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत विभिन्न देशों से ‘रुपे’ को उनके यहां स्वीकार्य बनाने के लिए बात कर रहा है। सीतारमण ने यहां ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट में कहा, ‘‘इसके अलावा यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस), भीम ऐप और एनसीपीआई (भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम) पर इस तरह से काम किया जा रहा है ताकि उनके देशों में उनकी जो प्रणालियां हैं वे हमारी प्रणालियों के साथ मिलकर काम कर सकें और इनके मिलकर काम करने से उन देशों में भारतीय विशेषज्ञता को बल मिलेगा।’’
यूपीआई जल्द ही विदेशों में
अमेरिका में यूपीआई शुरू करने संबंधी एक छात्र के सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘हम कई देशों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’ छात्र ने कहा था कि उसे भारत की यूपीआई प्रणाली पर गर्व है और पूछा था कि इसे दुनिया के साथ साझा करने की योजनाएं क्या हैं। सीतारमण ने कहा, ‘‘हमारी कई देशों से बातचीत चल रही है। सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात ‘रुपे’ को अपने देश में स्वीकार्य बनाने के लिए आगे आ चुके हैं।’’
अमेरिकी वित्त मंत्री ने नवंबर में भारत आएंगी
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपनी अमेरिकी समकक्ष जेनेट येलेन से मुलाकात की और उनके बीच द्वि़पक्षीय संबंधों, वैश्विक स्थिति तथा जी20 की भारत की अध्यक्षता समेत विभिन्न विषयों पर बात हुई। बैठक के बाद वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘दोनों नेताओं ने मौजूदा वैश्विक व्यापक आर्थिक स्थिति समेत पारस्परिक हितों के अन्य मुद्दों पर बात की।’’ दोनों मंत्रियों ने जी20 की भारत की आगामी अध्यक्षता के मद्देनजर कई अहम मुद्दों पर भी चर्चा की। सीतारमण ने ‘अमेरिका-भारत आर्थिक एवं वित्तीय साझेदारी’ की 11 नवंबर को नयी दिल्ली में होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए येलेन को आमंत्रित किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए यहां के पांच दिवसीय आधिकारिक दौरे पर आई हुई हैं। इस बैठक को उपयोगी बताते हुए अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा, ‘‘और गहरी होती द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी तथा बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग के बारे में बात हुई।’’
अमेरिका-भारत आर्थिक एवं वित्तीय साझेदार
अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने सीतारमण से मुलाकात के बाद घोषणा की कि ‘अमेरिका-भारत आर्थिक एवं वित्तीय साझेदारी’ बैठक के नौंवे संस्करण में शामिल होने के लिए अगले महीने वह भारत जाएंगी। उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘जी20 की बैठक से पहले, नवंबर में मैं बतौर वित्त मंत्री भारत के अपने पहले दौरे पर जाऊंगी और अमेरिका-भारत आर्थिक एवं वित्तीय साझेदारी की नौंवी साझेदारी बैठक में शामिल होऊंगी।’’ येलेन ने कहा कि दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत और अमेरिका के बीच संबंध बहुत अहम हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अमेरिका और भारत दोनों ही अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और आर्थिक विकास तथा सहयोग को लेकर हमें काम जारी रखना चाहिए क्योंकि इससे ही हमारी साझेदारी इतनी मजबूत हुई है।’’