AMUL के MD पद से आरएस सोढ़ी को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही उनके कार्यालय को भी सील कर दिया गया है और फिलहाल के लिए अमूल के सीओओ जयन मेहता को एमडी का प्रभार दे दिया गया है।
कहां लिया गया ये फैसला?
गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) की बोर्ड बैठक में सोढ़ी को बदलने का फैसला लिया गया है। बता दें, यह अमूल ब्रांड को ऑपरेट करने वाली किसान को-ऑपरेटिव संस्था है। इस विषय पर आरएस सोढ़ी का बयान सामने आ गया है। उन्होनें कहा है कि यह इस्तीफा उन्होनें अपनी मर्जी से दिया है। ना कि उन्हें हटाया गया है। वह दो साल पहले से ही एक्सटेंशन पर चल रहे थे।जबकि फेडरेशन ने सोढ़ी को जो पत्र भेजा है उसमे साफ तौर पर फेडरेशन द्वारा एक रिसोल्यूशन पास कर, उन्हें तत्काल प्रभाव से अपना पद छोड़ने के लिए कहा गया है।
पहले भी जयन मेहता को दी जा चुकी है जिम्मेदारी
जब 2 अप्रैल 2018 को तत्कालिन एमडी के. रथनाम ने भ्रष्टाचार के आरोप के चलते इस्तीफा दे दिया था तब भी जयन मेहता को प्रभारी एमडी निुयक्त किया गया था। उस समय रथनाम पर निविदाओं के आवंटन और डेयरी में भर्ती में 450 करोड़ रूपये के भ्रष्टाचार के आरोपों लगे थे। बता दें, उस समय कंपनी ने उनका इस्तीफा आरोपों के चलते नहीं, बल्कि पारिवारिक कारणों को लेकर बताया था।
कौन हैं आरएस सोढ़ी?
आरएस सोढ़ी का पूरा नाम डॉ रूपिंदर सिंह सोढ़ी है, जो गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (AMUL) के प्रबंध निदेशक के पद पर अभी तक कार्यरत थे। यह भारत का सबसे बड़ा खाद्य उत्पाद संगठन है। 2018-19 के दौरान अमूल ब्रांड का सालाना कारोबार 45,000 करोड़ रुपए (6.5 अरब अमेरिकी डॉलर) था। डॉ सोढ़ी के पास भारतीय डेयरी उद्योग के भीतर अग्रणी और विकासशील सहकारी क्षेत्र में 38 वर्षों का शानदार अनुभव है। बता दें, जीसीएमएमएफ के सदस्य संघ 18,600 से अधिक ग्राम डेयरी सहकारी समितियों से प्रति दिन 23 मिलियन लीटर दूध खरीद रहे हैं।