Money Management Tips: भारत एक विकासशील देश है। यहां की अधिकतर आबादी आज भी खेती से जुड़ी हुई है। वहीं अगर इसके इतर देखें तो एक ऐसा भी वर्ग है जिसके पास अथाह संपत्ति है। सुख है, सुविधा है, जरूरत की सभी चीजें उपलब्ध है। ऑक्सफैम की एक रिपोर्ट को देखें तो पता चलता है कि भारत की 10 फीसदी आबादी के पास 77% संपत्ति है। बाकि के 90 फीसदी लोग मात्र 23% संपत्ति में गुजर-बसर करने को मजबूर है। आखिर ये 10 फीसदी अमीर घर के बच्चे भी बड़े होकर अमीर क्यों बने रहते हैं। वो क्यों एक अच्छा बिजनेसमैन और अच्छा निवेशक बन जाते हैं?
अमीर पैरेंट्स अपने बच्चे को शुरु से देते हैं ट्रेनिंग
ध्यान रहे हमारे कहने का मतलब ये नहीं है कि बाकि की 90% आबादी वाले लोगों में से कोई अमीर नहीं बनता! वो लोग भी अमीर बनते हैं लेकिन उनकी संख्या बेहद कम होती है। अमीर लोग अपने बच्चे को उसके बचपन से ही मनी मैनेजमेंट के बारे में सिखाते हैं। ताकि उन्हें कम उम्र से ही पैसा कमाने, सेविंग करने और सही जगह पर निवेश करने के बारे में पता चल सके।
आमतौर पर जो मिडिल इनकम वाले पैरेंट्स होते हैं, जिनकी थोड़ी अच्छी कमाई होती है वो अपने बच्चों को पॉकेट मनी देते हैं। अगर वो पॉकेट मनी के साथ उसे बेसिक ट्रेनिंग भी दें तो ये उनके बच्चे के भविष्य के लिए काफी अच्छा होगा।
ये तीन टिप्स तय करती है कैसा होगा आपके बच्चे का भविष्य
- जब आपके बच्चे की उम्र 5 से 8 साल के बीच हो तो उसे पॉकेट मनी देने के साथ ये भी बताएं कि सेविंग क्या होती है और तुम अपने पॉकेट मनी को बचाकर अपनी जरूरत के समान को आसानी से खरीद सकते हो। इससे वो शुरुआत में ही सेविंग के बारे में जान पाएगा।
- जब उसकी उम्र 8 साल से अधिक हो जाए तब उसे कमाई के बारे में बताएं। उसे छोटा-छोटा टास्क दें जिसे पूरा करने पर आप उसे इनाम के तौर पर चॉकलेट और उसके पसंद की चीज गिफ्ट कर दें। छोटा टास्क का मतलब कि अगर आज तुम दिन भर में एक कविता याद करते हो, सुबह 1 हफ्ते तक 5 बजे उठ जाते हो या रात को रोज 7 बजे पढ़ने बैठ जाओगे तो तुम्हें बाहर डिनर कराने ले चलेंगे, पिक्चर दिखाएंगे आदि।
- तीसरा और सबसे जरूरी टिप्स कि जब आपके बच्चे की उम्र 12 साल से अधिक हो जाए और थोड़ा बहुत समझदार हो जाए तो उसे सेविंग कमाई के अलावा निवेश के बारे में समझाएं। यहां निवेश से मतलब है कि आप उसे जब किसी टास्क के पूरा करने पर गिफ्ट या पैसा दे रहे हैं तो उसे निवेश करने को लेकर उसे प्रोत्साहित करें। जैसे-जैसे उसकी उम्र बढ़ती जाए तो निवेश कितने तरह के होते हैं? किस तरह के निवेश से अधिक फायदा होता है? ध्यान रहे हमारे निवेश के बारे में बताने का मतलब ये नहीं है कि आप उससे निवेश कराएं बल्कि आप उसे निवेश करने को लेकर ट्रेनिंग दे और बताएं कि डिटेल जानकारी तुम कहां से जाकर ले सकते हो।