Highlights
- इस साल करीब आठ हजार अमीर विदेशों में बसने की तैयारी में
- भारत से अमीरों के पलायन की मुख्य वजह टैक्स से जुड़े सख्त नियम हैं
- नई पीढ़ी के टेक उद्यमी अपने बिजनस को डाइवर्सिफाई करना चाहते हैं
अमीरों को भारत रास नहीं आ रहा है। लंदन के वैश्विक नागरिकता और निवास सलाहकार हेनले एंड पार्टनर्स (एचएंडपी) के अनुसार, इस साल करीब 8000 अमीर देश छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब अमीर देश छोड़कर विदेश में बसने की तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले के सालों में कई हजार अमीर देश छोड़कर विदेश जा चुके हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2014 से अब तक 23,000 अमीर भारतीय विदेशों में बस चुके हैं। अमीरों के पलायन के मामले में भारत चीन के बाद दूसरे स्थान पर है।
अमीर लोग देश छोड़ क्यों जा रहे हैं?
एचएंडपी के अनुसार, कोविड ने बड़ा बदलाव ला दिया है। इसके चलते अमीर लोगों में लाइफ और वेल्थ को ग्लोबलाइज करने का चलन बढ़ा है। इसके साथ ही वो अपने कारोबार को वैश्विक पटल पर बढ़ाना चाहते हैं। इसके लिए वो भारत से बाहर ऑफिस खोल रहे हैं। इसके अलावा बेहतर काम करने और रहने की स्थिति की तलाश में अच्छे पेशेवर भारत छोड़ रहे हैं। इन कारणों से अमीर लोग भारत से निकलकर विदेशों में बस रहे हैं। इसके साथ ही भारत से अमीरों के पलायन की मुख्य वजह टैक्स से जुड़े सख्त नियम भी हैं।
इन देशों में बस रहें भारतीय अमीर
अमीर भारतीयों का पंसदीदार गंतव्य अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा हैं। इसके अलावा दुबई और सिंगापुर को भारतीय अमीर तेजी से पंसद कर रहे हैं। सिंगापुर अपनी मजबूत कानूनी और विश्व स्तरीय वित्तीय सलाहकारों तक पहुंच के कारण डिजिटल उद्यमियों और पारिवारिक कार्यालयों के लिए लोकप्रिय विकल्प बनकर उभरा है। वहीं, दुबई गोल्डन वीज़ा करण पसंद किया जा रहा है।