भारत में अमीरों की संख्या पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है। इसके साथ ही महंगी स्कॉच व्हिस्की और वाइन की मांग बढ़ी है। स्विट्जरलैंड के एक शोधकर्ता के अनुसार, स्कॉच व्हिस्की और बढ़िया वाइन की बिक्री में दहाई अंक की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अमेरिका और चीन की खपत में वृद्धि की दर से भी अधिक है। ज्यूरिख स्थित वरिष्ठ लग्जरी ब्रांड निर्माता और उपभोक्ता अनुभव विशेषज्ञ साइमन जोसफ ने कहा कि एक उपश्रेणी जहां भारत चीन से आगे निकल गया है और पांच साल की सालाना दर में अमेरिका की तुलना में दोगुनी दर से बढ़ रहा है, वह है स्कॉच लग्जरी व्हिस्की।
16.7 करोड़ बोतल के बराबर निर्यात
ब्रिटेन स्थित एसडब्ल्यूए के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में भारत को 16.7 करोड़ बोतल के बराबर निर्यात किया गया, जो 2019 से 27 प्रतिशत अधिक है। जोसफ ने कहा, “मूल्य के मामले में अमेरिका अब भी स्कॉच व्हिस्की की खपत में सबसे आगे है; मात्रा के मामले में भारत अब सबसे बड़ा उपभोक्ता है, जो फ्रांस से थोड़ा आगे है। स्कॉटलैंड स्कॉच व्हिस्की का सबसे बड़ा निर्यातक बना हुआ है।”
सालाना इतनी दर से हुई वृद्धि
ग्लियन इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के शोधकर्ता जोसफ ने कहा कि भारत का बढ़ता संपन्न वर्ग उच्च श्रेणी की शराब की बिक्री में वृद्धि को बढ़ावा दे रहा है। विभिन्न डेटा पूर्वानुमानों के अनुसार, लग्जरी स्कॉच व्हिस्की बाजार भी 2024 के अंत तक 16 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़ रहा है। जोसफ ने ब्रिटेन स्थित स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन (एसडब्ल्यूए) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि भारत में स्कॉच व्हिस्की का निर्यात 2022 तक 66 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़ा है, जो अमेरिका, चीन और अन्य महत्वपूर्ण बाजारों से आगे है।