देश की सबसे बहुमूल्य कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के लिए बीता हफ्ता काफी शानदार रहा। पिछले हफ्ते ही रिलायंस समूह ने अपनी वित्तीय सेवा शाखा रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स के डीमर्जर के लिए 20 जुलाई की तारीख तय की है। इसके बाद से ही कंपनी के मार्केट कैप में जबर्दस्त तेजी देखने को मिल रही है। सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 69,990.57 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 18,53,033.73 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों का बढ़ा मार्केट कैप
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से छह कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 2,03,010.73 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। शेयर बाजारों के सकारात्मक रुख के बीच सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) रहीं। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 780.45 अंक या 1.19 प्रतिशत के लाभ में रहा। शुक्रवार को सेंसेक्स 66,060.90 अंक के अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ।
टीसीएस के नतीजों के बाद बढ़ा मार्केट कैप
टीसीएस की बाजार हैसियत 68,168.12 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 12,85,058.84 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। इन्फोसिस का बाजार मूल्यांकन 39,094.81 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 5,91,547.67 करोड़ रुपये रहा। वहीं भारती एयरटेल के मूल्यांकन में 10,272.84 करोड़ रुपये का उछाल आया और यह 4,95,116.94 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 10,135.42 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 6,72,837.72 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आईटीसी की बाजार हैसियत 5,348.97 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 5,87,951.43 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। वहीं दूसरी ओर, एचडीएफसी बैंक की बाजार हैसियत 8,695.25 करोड़ रुपये के नुकसान के साथ 9,19,962.74 करोड़ रुपये पर आ गई।
ये हैं बाजार की टॉप 10 कंपनियां
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, आईटीसी, एसबीआई, भारती एयरटेल और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा। बड़ी कंपनियों की मार्केट कैप की बात करें तो भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का बाजार मूल्यांकन 8,299.89 करोड़ रुपये घटकर 5,21,598.94 करोड़ रुपये रह गया। बजाज फाइनेंस का बाजार पूंजीकरण 8,130.77 करोड़ रुपये घटकर 4,53,288.03 करोड़ रुपये रह गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर की बाजार हैसियत 4,581.7 करोड़ रुपये घटकर 6,28,950.34 करोड़ रुपये पर आ गई।