Highlights
- रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड लेग्नो के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित किया है
- लेग्नो ने भारत में अपना कारोबार वर्ष 2009 में शुरू किया था
- आरबीएल के पोर्टफोलियो में हैमलीज और घरेलू ब्रांड रोवन मौजूद हैं
देश के तेल और मोबाइल कारोबार पर कब्जा जमाने के बाद अब कारोबारी मुकेश अंबानी की नजर बच्चों की दुनिया यानि खिलौनों पर है। कुछ साल पहले रिलायंस ने खिलौनों की अंतरराष्ट्रीय कंपनी हैमलीज को खरीदा था। वहीं अब रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड (आरबीएल) ने इटली की खिलौना कंपनी प्लास्टिक लेग्नो एसपीए के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित किया है।
आरबीएल ने एक बयान में कहा कि उसने प्लास्टिक लेग्नो के भारतीय कारोबार में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर एक संयुक्त उद्यम में कदम रखा है। हालांकि, इस सौदे से जुड़ी राशि का खुलासा कंपनी ने नहीं किया है। आरबीएल ने कहा कि इस निवेश से उसे अपने खिलौना कारोबार के एकीकरण और आपूर्ति शृंखला के विविधिकरण में मदद मिलेगी।
भारत में खिलौना विनिर्माण में दीर्घावधि रणनीतिक हितों के लिहाज से यह अहम होगा। आरबीएल के पोर्टफोलियो में पहले से ही ब्रिटिश खिलौना कंपनी हैमलीज और घरेलू ब्रांड रोवन मौजूद हैं। वहीं खिलौना उत्पादन में 25 साल का अनुभव रखने वाली प्लास्टिक लेग्नो एसपीए का स्वामित्व सुनिनो समूह के पास है। लेग्नो ने भारत में अपना कारोबार वर्ष 2009 में शुरू किया था।