रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने गुरुवार को कंपनी में नौकरियों में कटौती की खबरों को भ्रामक बताया। साथ ही कहा कि समूह ने पिछले वित्त वर्ष में 1.7 लाख लोगों को रोजगार दिये हैं। इसके साथ ही कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 6.5 लाख से ज्यादा हो गई है। भाषा की खबर के मुताबिक, उल्लेखनीय है कि बीते वित्त वर्ष 2023-24 की कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कर्मचारियों की संख्या में खासी कमी आने की बात कही गई थी।
कर्मचारियों की संख्या में गिरावट की वजह
खबर के मुताबिक, चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि कर्मचारियों की संख्या में गिरावट की वजह कर्मचारियों द्वारा नौकरी के एक अलग मॉडल का चुनाव था, न कि उनका निकाला जाना। उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन की प्रकृति वैश्विक स्तर पर बदल रही है, जिसका मुख्य कारण तकनीकी हस्तक्षेप और लचीले व्यापार मॉडल हैं। इसलिए, रिलायंस सिर्फ पारंपरिक प्रत्यक्ष रोजगार मॉडल के बजाय, नए प्रोत्साहन-आधारित जुड़ाव मॉडल को अपना रही है।
रिलायंस द्वारा सृजित कुल रोजगार में वृद्धि हुई
अंबानी ने कहा कि नए मॉडल से कर्मचारियों को बेहतर कमाई करने में मदद मिलती है और उनमें उद्यम की भावना पैदा होती है। यही वजह है कि प्रत्यक्ष रोजगार के वार्षिक आंकड़ों में थोड़ी गिरावट दिखी है। हालांकि रिलायंस द्वारा सृजित कुल रोजगार में वृद्धि हुई है। अंबानी ने भारत के युवाओं के लिए रोजगार सृजन को सर्वोच्च राष्ट्रीय प्राथमिकता का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि कई एजेंसियों ने रिलायंस को भारत के सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता के रूप में स्थान दिया है। रिलायंस भारत में सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है।