देश के दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी देश की रिटेल इंडस्ट्री का किंग बनने के लिए धड़ाधड़ शॉपिंग में व्यस्त हैं। इस बीच मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सब्सिडियरी रिलायंस रिटेल ने देश में थोक रिटेल कारोबार से जुड़ी मेट्रो कैश एंड कैरी का भारतीय परिचालन खरीद लिया है। यह सौदा करीब 2,850 करोड़ रुपये में हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस ने भारत में जर्मन फर्म मेट्रो एजी के थोक परिचालन का अधिग्रहण करेगी। दोनों कंपनियों की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि "रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने आज मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया में 100 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 2,850 करोड़ रुपये के निर्णायक समझौते पर हस्ताक्षर किए।"
रिलायंस को होगा क्या फायदा
इस अधिग्रहण के माध्यम से, रिलायंस रिटेल को रजिस्टर्ड किराना और अन्य संस्थागत ग्राहकों के एक बड़े बेस और एक मजबूत सप्लाई नेटवर्क के साथ प्रमुख शहरों में प्रमुख स्थानों पर स्थित 31 बड़े प्रारूप वाले मेट्रो इंडिया स्टोर के नेटवर्क तक पहुंच प्राप्त होगी।
2003 में रखा था भारत में कदम
मेट्रो कैश एंड कैरी (Metro Cash & Carry) के ग्राहकों में रिटेलर्स और किराना स्टोर्स, होटल, रेस्तरां और कैटरर्स (होरेक) सहित दुनिया के 34 देशों में कारोबार है। भारत में इसे 31 स्टोर हैं। कंपनी के बेंगलुरू में 6, हैदराबाद में 4, मुंबई दिल्ली में 2, और इसके अलावा कोलकाता, जयपुर, जालंधर, जीरकपुर, अमृतसर, अहमदाबाद, सूरत, इंदौर, लखनऊ, मेरठ, नासिक, गाजियाबाद, तुमकुरु, विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम, गुंटूर और हुबली में एक एक स्टोर है।