भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा कि महंगाई कम होना किसानों के लिए भी फायदेमंद है। महंगाई रोकने पर नीतिगत जोर के कारण किसानों के बीच असंतोष होने की आशंका के बीच उन्होंने यह बात कही। दास ने यहां बॉम्बे चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के एक कार्यक्रम में कहा कि नीति निर्माता हमेशा कई उद्देश्यों के बीच संतुलन बनाने की दुविधा से जूझते हैं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं के लिए कृषि उपज की कीमतें कम रखना और किसानों की आय को बढ़ाना ऐसी ही एक पहेली है।
किसान भी एक उपभोक्ता
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह भी याद रखना चाहिए कि किसान भी एक उपभोक्ता है। गेहूं के अलावा, वह अपने दैनिक जीवन के लिए कई अन्य चीजें खरीदता है। महंगाई कम होना किसानों के हित में भी है।’’ चुनाव नतीजों के कुछ सप्ताह बाद आई ये टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यों में किसानों की नाराजगी के चलते सत्तारूढ़ भाजपा को झटका लगा है।
ऊंची ब्याज दर वृद्धि को नहीं कर रही बाधित
आरबीआई गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा कि ऊंची ब्याज दर आर्थिक वृद्धि को बाधित नहीं कर रही है। उन्होंने यह भी साफ किया कि मौद्रिक नीति का ध्यान मुद्रास्फीति को कम करने पर बना रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘आमतौर पर यदि वृद्धि दर अच्छी है और यह बनी हुई है तो यह एक साफ संकेत है कि आपकी मौद्रिक नीति और आपकी ब्याज दरें वृद्धि के रास्ते में बाधा नहीं बन रही है।’’ ऊंची ब्याज दर के कारण वृद्धि प्रभावित होने पर जारी बहस के बीच दास ने कहा कि ऐसी सभी चिंताएं निराधार हैं और वृद्धि की गति बनी हुई है।