देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार दूसरे हफ्ते तगड़ी वृद्धि हुई है। आपको बता दें कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 15 मार्च को समाप्त सप्ताह में 6.396 अरब डॉलर बढ़कर 642.492 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे एक सप्ताह पहले देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 10.47 अरब डॉलर की उच्च वृद्धि के साथ 636.095 अरब डॉलर हो गया था। अक्टूबर, 2021 में देश का विदेशी मुद्राभंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन वैश्विक गतिविधियों के कारण उत्पन्न दबावों के बीच केंद्रीय बैंक ने रुपये की गिरावट को थामने के लिए पूंजी भंडार का उपयोग किया जिससे मुद्रा भंडार में थोड़ी कमी आई थी।
विदेशी मुद्रा भंडार में ये घटक शामिल
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 15 मार्च को समाप्त सप्ताह में मुद्राभंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 6.034 अरब डॉलर बढ़कर 568.386 अरब डॉलर हो गईं। डॉलर के संदर्भ में उल्लिखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है।
रिजर्व बैंक ने कहा कि सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 42.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 51.14 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 6.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.276 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक के मुताबिक, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत की आरक्षित जमा भी 12.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.689 अरब डॉलर हो गयी।