रियल एस्टेट कंपनियों का मानना है कि रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में बदलाव नहीं करने का फैसला रियल एस्टेट के लिए अच्छा है। इस फैसले से रेजिडेंशियल मार्केट में तेजी बनी रहेगी। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बाद घरों की मांग तेजी से बढ़ी है। आरबीआई द्वारा रेपो रेट में बीते करीब दो साल में बड़ी बढ़ोतरी का भी मांग पर असर नहीं हुआ है। ऐसे में कंपनियों का मनना है कि रेपो रेट में बदलाव नहीं करने का पॉजिटिव असर देखने को मिलेगा। Real estate sector को उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक मौद्रिक समीक्षा के अगले दौर में रेपो दर में कटौती करेगा, जिससे घरों की मांग और बढ़ेगी। RBI ने गुरुवार को रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर कायम रखा है।
अर्थव्यवस्था में मजबूती की खबर से और बढ़ेगी घरों की मांग
अंतरिक्ष इंडिया ग्रुप के सीएमडी राकेश यादव ने कहा कि RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने के आज बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी हुई है। आने वाले समय में इसकी रफ्तार और तेज होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में महंगाई 5.2 प्रतिशत से घटकर 5.1 प्रतिशत पर आ जाएगी। ये दोनों बातें रियल्टी सेक्टर के लिए काफी अच्छी है। महंगाई घटने से लोगों की बचत बढ़ेगी। वहीं अर्थव्यवस्था में तेजी से नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। ये लोगों के बीच विश्ववास बहाली का काम करेंगे। इसका सीधा फायदा रियल्टी सेक्टर को होगा। आने वाले समय में प्रॉपर्टी की मांग और बढ़ेगी। वहीं रेपो रेट में लगातार दूसरी बार बदलाव नहीं करने से ईएमआई बढ़ने का डर खत्म हो गया है। आने वाले समय में कम होने की उम्मीद है। ये तीन कारण प्रॉपर्टी की मांग बढ़ाने का काम करेंगे।
घरों की मांग और सप्लाई की गति बनी रहेगी
Credai के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा, हमें उम्मीद है कि घरों की मांग और आपूर्ति की गति बनी रहेगी।’’ ईरानी ने कहा, ‘‘हालांकि, यह देखते हुए कि मुद्रास्फीति 18 माह के निचले स्तर पर है, रिजर्व बैंक के पास आगामी एमपीसी बैठकों में रेपो दरों को कम करने की गुंजाइश है। इससे सभी उद्योगों की वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा।’’ नारेडको के अध्यक्ष राजन बंडेल्कर ने आरबीआई के कदम की सराहना करते हुए कहा कि इससे आवास क्षेत्र को मदद मिलेगी, जो पिछले दो साल से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ और ऐसी घोषणाओं की जरूरत है, जिससे क्षेत्र को और प्रोत्साहन मिल सके। Naredco के वाइस चेयरमैन निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि त्योहारी सीजन में सुस्ती है और ब्याज दरों को यथावत रखने से बिक्री में तेजी आएगी।
रियल एस्टेट सेक्टर ने इस साल अब तक अच्छा प्रदर्शन किया
रियल एस्टेट सलाहकार Anarock के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘रेपो दर को यथावत रखने के फैसले से घरों की बिक्री की रफ्तार बनी रहेगी। अबतक 2023 में आवास क्षेत्र का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है।’’ उन्होंने बताया कि जनवरी-मार्च, 2023 में सात प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री का आंकड़ा एक लाख इकाई को पार कर 1.14 लाख इकाई पर पहुंच गया है। रियल्टी कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि रिजर्व बैंक के इस कदम से आवास बाजार को समर्थन मिलेगा और घर खरीदारों को फायदा होगा। ओमेक्स लिमिटेड के निदेशक-वित्त अतुल बंसल ने उम्मीद जताई कि अगली समीक्षा बैठक में आरबीआई नीतिगत दर में कमी का विकल्प चुनेगा। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि रेपो दर के मोर्चे पर यथास्थिति घर खरीदारों को सकारात्मक निर्णय लेने में मदद करेगी।’’ कोलियर्स इंडिया के शोध प्रमुख विमल नादर ने कहा, ‘‘चूंकि गृह ऋण दरें पहले से ही नौ प्रतिशत और उससे अधिक के उच्चस्तर पर हैं, यह ऋणदाताओं, डेवलपर्स और घर खरीदारों के लिए एक बड़ी राहत है।’’ सेविल्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अनुराग माथुर ने कहा कि आवास ऋण की मासिक किस्त (ईएमआई) में बदलाव नहीं होगा। इससे विभिन्न आवास श्रेणियों में मांग बनी रहेगी।
यह फैसला मांग को बनाए रखने में मदद करेगा
गंगा रियल्टी के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, विकास गर्ग ने कहा कि रेपो रेट की यथास्थिति बनाए रखना भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में घरों की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री के साथ आवासीय रियल एस्टेट की मांग बढ़ रही है। यह फैसला प्रॉपर्टी की मांग को बनाए रखने में मदद करेगा और नए घर खरीदारों को रियल एस्टेट बाजार में निवेश करने के लिए भी प्रेरित करेगा। हम आशा करते हैं कि यह निर्णय भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, मुद्रास्फीति की दर को कम करने और वित्त वर्ष 24 के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 6.5% प्राप्त करने में मदद करेगा। वहीं, त्रेहान ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर, सारांश त्रेहान ने कहा कि रेपो रेट को अपरिवर्तित रखने का निर्णय अपेक्षित लाइनों के साथ है। मुद्रास्फीति की दर गिर गई है और रेजिडेंशियल और कमर्शियल रियल्टी सेगमेंट की मांग ऊपर की ओर बढ़ रही है। हम रेपो रेट पर आरबीआई की मौद्रिक नीति का स्वागत करते हैं क्योंकि उन्होंने आर्थिक परिदृश्य और संभावनाओं को ध्यान में रखा है और एक प्रशंसनीय निर्णय लिया है। यह रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए अच्छे परिणाम देगा।
आरबीआई के फैसले का स्वागत योग्य
क्रेडाई के वेस्ट यूपी प्रेसिडेंट और डायरेक्टर काउंटी ग्रुप अमित मोदी का कहना है कि हम रेपो दरों को स्थिर रखने के आरबीआई के फैसले की सराहना करते हैं। इससे रियल एस्टेट क्षेत्र फलता-फूलता रहेगा क्योंकि मध्यम-आय वर्ग होम लोन पर उच्च ब्याज का भुगतान करने के डर के बिना इस क्षेत्र में निवेश कर सकते हैं। रेपो रेट स्थिर रहने पर निवेशक परियोजनाओं में और भी आसानी से निवेश कर सकते हैं। महागुन ग्रुप के निदेशक अमित जैन का कहना है कि हाल के वर्षों में, ब्याज दरों में काफी वृद्धि हुई है। दूसरी तिमाही में आरबीआई ने ब्याज दरों को स्थिर रखने का साहसी निर्णय लिया है, यह निवेशकों और उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प प्रस्तुत देता है जो घर खरीदना या निवेश करना चाहते हैं। आम लोगों पर ईएमआई का बोझ भी पूर्व की भांति ही कम रहेगा। प्रेसिडेंट क्रेडाई एनसीआर और सीएमडी गौड़ ग्रुप मनोज गौड़ का कहना है कि रेपो रेट पर यथास्थिति बनाए रखने का आरबीआई का फैसला स्वागत योग्य खबर है। यह निश्चित रूप से रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए राहत की बात होगी, जो पिछले 5-6 महीनों में काफी तेजी देख रहा है। इस उपाय से निश्चित रूप से यह उछाल बना रहेगा। हालांकि, हम आने वाले महीनों में रेपो दर को कम करने की उम्मीद करते हैं जो रियल एस्टेट क्षेत्र और साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।