भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से नीतिगत दर यानी रेपो रेट में शुक्रवार को किसी भी तरह का बदलाव नहीं किए जाने की घोषणा को रियल्टी सेक्टर की प्रतिक्रिया सामने आई है। रियल्टी कंपनियों का कहना है कि आरबीआई के इस फैसले से घर खरीदारों के लिए फैसला करना आसान होगा। कर्ज की लागत स्थिर रहेगी। भाषा की खबर के मुताबिक, रियल्टी कंपनियों की तरफ से हालांकि रेपो रेट में कटौती की डिमांड रखी गई थी ताकि रियल एस्टेट क्षेत्र में तेजी लाई जा सके। आरबीआई ने शुक्रवार को रेपो रेट को लगातार सातवीं बार 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा।
देश की आर्थिक बुनियाद में भरोसा दर्शाता है फैसला
नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल’ (नारेडको) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी हरि बाबू ने कहा कि रेपो दर यथावत रखने का फैसला देश की आर्थिक बुनियाद में भरोसे को दर्शाता है। इससे नए वित्त वर्ष में उत्साहजनक परिवेश तैयार होगा। वित्त वर्ष 2024-25 में सात प्रतिशत की दर से वृद्धि का अनुमान भी रियल एस्टेट क्षेत्र में निरंतर वृद्धि के लिए अच्छा संकेत है। हालांकि उन्होंने कहा कि हम आरबीआई से आगामी समीक्षा बैठक में नीतिगत दर पर विचार करने का अनुरोध करते हैं।
रियल एस्टेट जगत के लिए अच्छा संकेत
क्रेडाई-एनसीआर के अध्यक्ष एवं रियल एस्टेट कंपनी गौड़ ग्रुप के चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा कि रेपो दर को लगातार सातवीं बार स्थिर रखने का फैसला रियल एस्टेट जगत के लिए अच्छा संकेत है। हालांकि मुद्रास्फीति के आंकड़े अब भी चिंता का विषय हैं। हमें उम्मीद है कि इस कदम से भारत को मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। सीबीआरई चेयरमैन और सीईओ (भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) अंशुमन मैगजीन ने कहा कि आरबीआई का यह लगातार रुख मुद्रास्फीति के दबाव के बीच मूल्य स्थिरता के प्रबंधन पर जोर देता है। यह मकान खरीदने के इच्छुक लोगों के लिए अच्छी खबर है क्योंकि उधार लेने की लागत नहीं बढ़ेगी और मकान खरीदना अधिक आसान होगा।
प्रॉपर्टी बाजार में बनी रहेगी मांग
अंतरक्षि इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने बताया कि लगातार सातवीं बार रेपो दरों को 6.50 फीसदी पर अपरिवर्तित रखने का आरबीआई का निर्णय एक स्वागत योग्य कदम है। इस कदम से रियल एस्टेट क्षेत्र में देखी जा रही तेजी बनी रहेगी। घर खरीदारों की ओर से सकारात्मक मांग बनी रहेगी क्योंकि वित्तीय अस्थिरता सुलझ गई है। इससे इस क्षेत्र की ओर संभावित खरीदारों का फ्लो भी बढ़ेगा क्योंकि निवेश करने से उनकी जेब पर ज्यादा भार नहीं पड़ेगा। निश्चित रूप से आरबीआई के फैसले से किफायती और मध्य-श्रेणी की कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स को गति मिलेगी।
खरीदारों की मकान खरीदने की इच्छा को भी बल मिलेगा
कोलियर्स इंडिया के वरिष्ठ निदेशक और शोध प्रमुख विमल नादर ने कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए यह फैसला निरंतरता और भरोसे की भावना प्रदान करता है। यह भविष्य के निवेश और विकास पहलों को ठोस आधार भी देगा। इसके अलावा यह मासिक किस्त पर निर्भर खरीदारों की मकान खरीदने की इच्छा को भी बल देगा। सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के संस्थापक और चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि स्थिर रेपो दर घर खरीदारों को विश्वसनीयता और आत्मविश्वास प्रदान करेगी। इस स्थिरता का रियल एस्टेट क्षेत्र के विकास पर सकारात्मक प्रभाव होगा।
वित्तीय बोझ को कम करने की दिशा में एक पॉजिटिव कदम
काउंटी ग्रुप के निदेशक अमित मोदी ने कहा कि यह फैसला निश्चित रूप से रियल एस्टेट जगत के लिए फायदेमंद है। आरबीआई का यह फैसला निवेशकों और मकान खरीदारों दोनों के लिए अच्छा साबित होगा। स्पेक्ट्रम मेट्रो के उपाध्यक्ष (सेल्स और मार्केटिंग) अजेंद्र सिंह ने कहा कि रेपो दर को 6.50 प्रतिशत पर स्थिर रखने का फैसला संभावित खरीदारों पर वित्तीय बोझ को कम करने की दिशा में एक पॉजिटिव कदम है। अंसल हाउसिंग के निदेशक कुशाग्र अंसल ने कहा कि रेपो दर को यथावत रखने का फैसला नई परियोजनाओं की शुरुआत और उभरते क्षेत्र में विकास के विस्तार को बढ़ावा देगा।
रियल एस्टेट क्षेत्र में उछाल की उम्मीद
साया ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक विकास भसीन ने कहा कि आरबीआई का कदम स्वागत-योग्य है। यह कदम इस क्षेत्र में निवेश की इच्छुक कंपनियों और संभावित खरीदारों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा। एमआरजी ग्रुप के प्रबंध निदेशक रजत गोयल ने कहा कि रिजर्व बैंक के सातवीं बार रेपो रेट को बरकरार रखने से रियल एस्टेट क्षेत्र को राहत मिली है। मिगसन ग्रुप के प्रबंध निदेशक यश मिगलानी ने कहा कि रेपो दर में अगर कटौती की गई होती तो अपने आवास का सपना साकार करने में और मदद मिलती। एसकेए ग्रुप के निदेशक संजय शर्मा ने कहा कि आरबीआई के फैसले से रियल एस्टेट क्षेत्र में उछाल की उम्मीद है।
लोहिया डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड (इंडिया) के निदेशक पीयूष लोहिया ने कहा कि रेपो दर यथावत बनाए रखने का आरबीआई का निर्णय रियल एस्टेट जगत को प्रोत्साहित करने वाला है। अनंत राज लिमिटेड के निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमन सरीन ने कहा कि हम रेपो दर को अपरिवर्तित रखने की सराहना करते हैं। स्थिर ब्याज दरें अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद हैं और सकारात्मक उपभोक्ता भावनाओं के अनुकूल हैं।