रियल एस्टेट कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल इस माह के अंत तक अपना 1,000 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) ला सकती है। कंपनी मुख्य रूप से सस्ते मकान बनाने पर ध्यान केंद्रित करती है। सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लि.को 24 नवंबर को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से आईपीओ की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने जुलाई में सेबी के पास आईपीओ दस्तावेज जमा कराए थे। सूत्रों ने बताया कि कंपनी जल्द नया अद्यतन दस्तावेजों का मसौदा जमा कराएगी, क्योंकि उसका इरादा इस माह के अंत तक पूंजी बाजार में उतरने का है।
कंपनी 750 करोड़ के नए शेयर जारी करेगी
दस्तावेजों के अनुसार, आईपीओ के तहत कंपनी 750 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी और 250 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएगी। दिल्ली-एनसीआर की कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल ने 2014 में अपनी अनुषंगी सिग्नेचर बिल्डर्स के जरिये परिचालन शुरू किया था। कंपनी ने सबसे पहले हरियाणा के गुरुग्राम में 6.13 एकड़ जमीन पर ‘सोलेरा’ परियोजना पेश की थी। दस्तावेजों के मसौदे के अनुसार, ‘‘हमारा परिचालन एक दशक से भी कम समय में काफी तेजी से बढ़ा है। 31 मार्च, 2022 तक हमने दिल्ली-एनसीआर में 23,453 आवासीय और वाणिज्यिक इकाइयां बेची हैं। इनमें कुल बिक्री योग्य क्षेत्रफल 1.45 करोड़ वर्ग फुट से अधिक है।’’
जुलाई में आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा कराये
सिग्नेचर ग्लोबल ने इस साल जुलाई में आईपीओ के लिए बाजार नियामक के के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराये थे। सेबी ने सोमवार को बताया कि उसने 24 नवंबर को आईपीओ के लिए 'निष्कर्ष' जारी कर दिया है। किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी का 'निष्कर्ष' जरूरी होता है। दस्तावेजों के मसौदे अनुसार, निर्गम में 750 करोड़ रुपये तक के नये शेयर जारी किए जायेंगे। इसके अलावा कंपनी के प्रवर्तक और निवेशक 250 करोड़ रुपये तक की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लायेंगे। कंपनी नये निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग कर्ज भुगतान, भूमि अधिग्रहण और सामान्य कारोबारी उद्देश्यों के लिए करेगी।