Highlights
- अब लोन रिकवरी एजेंट नहीं कर पाएंगे मनमानी
- यह आदेश सभी App आधारित लोन कंपनियों के लिए जारी किया गया है।
- लोन वाले एक बार फंसने के बाद ये 500% की दर से भी ब्याज वसूलते हैं।
RBI: आज के समय में अगर आपने किसी बैंक या App से लोन (Loan) लिया है और किसी कारणवश आप उसका पैसा समय पर वापस नहीं कर पाते हैं तो रिकवरी एजेंट (Recovery Agent) आपको परेशान कर के रख देते हैं। जब तक की आप उनका पैसा वापस नहीं कर देते। अब वो ऐसा नहीं कर पाएंगे। RBI ने एक नोटिस जारी करते हुए उन्हें चेतावनी दी है कि अगर लोन लेने वाले ग्राहक (Customer) को किसी भी तरह से परेशान किया जाता हुआ पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रिजर्व बैंक ने रिकवरी एजेंट की मनमानी को लेकर कहा है कि मार-कुटाई, गाली-गलौज, बार-बार फोन, सुबह आठ से पहले या शाम सात के बाद कॉल नहीं करना है। अगर एजेंट कर्जदार के नाते रिश्तेदारों को परेशान करते हुए पाए जाते हैं तो उन्हें भी दोषी माना जाएगा। यह आदेश सभी सरकारी और गैर सरकारी बैंको के साथ कर्ज देने वाली छोटी कंपनियों या App आधारित लोन कंपनियों के लिए भी जारी किया गया है।
कैसे फंसाते हैं ये App
अक्सर देखा गया है कि लोन App फेसबुक या इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया पर लोगों के साथ कनेक्ट करते हैं। चूंकि लोग अपना ज्यादातर समय इसी पर बिताते हैं तो इन्हें कस्टमर प्राप्त करने में मुश्किल भी नहीं होती। साथ ही ये बिना कागजात कुछ मिनटों में लोन का वादा करते हैं, जिससे लोग बिना शर्तें जानें इनके पास चले जाते हैं। आमतौर पर ये App कुछ इन तरीकों से लोगों को फंसाते हैं।
- ये App अपने विज्ञापन में बैंक से आसान प्रक्रिया का भरोसा दिलाते हैं। अक्सर ये मोबाइल पर फोन कर आपसे कनेक्ट करते हैं।
- अक्सर देखा गया है कि इन App पर आपके केवाईसी डॉक्यूमेंट वेरिफाई किए बिना ही लोन दे देते हैं।
- इन कंपनियों का जाल कोरोना के दौरान काफी फैला क्योंकि लोगों के लिए यह समय आर्थिक तंगी का था।
- इंस्टेंट लोन देने वाली ये App आपसे गारंटी भी नहीं मांगती। ऐसे में युवा आसानी से इस ओर आकर्षित हो जाते हैं।
ये है फ्रॉड के आम तरीके
- ये कंपनियां क्रेडिट कार्ड कंपनियों और सिबिल कंपनियों से ऐसे लोगों को हिट करती हैं जिनकी आर्थिक हालात ठीक नहीं है।
- ये उन जगहों से मोबाइल नंबर जुटाते हैं जहां निम्न मध्यम या मध्यम वर्ग के लोग समूह में आते हैं जैसे फैक्टरी या फिर स्कूल।
- ये अक्सर छोटी रकम के लिए लोन आफर करते हैं जैसे मोबाइल की खरीद या फिर 5000 से 10000 के पर्सनल लोन।
- एक बार फंसने के बाद ये 500% की दर से भी ब्याज वसूलते हैं।
- कई बार ये पूरा पैसा भी आपके खाते में नहीं डालते, बल्कि 3 से 5 किस्तें पहले ही अपने पास रख लेते हैं
- ये आपके कॉन्टेक्ट और फोटो वीडियो एक्सेस कर लेते हैं, और इसके साथ ब्लैकमेंलिंग करते हैं।
कैसे रहे सुरक्षित
- सिर्फ बैंक या रजिस्टर्ड गैर वित्तीय संस्था से ही लोन लें
- लोन लेने से पहले रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर जाकर उस कंपनी की प्रमाणिकता जांच लें
- कोई भी यदि बिना कागजात लोन दे रहा है तो मान लीजिए वह फर्जी ही है
- लोन कंपनी यदि प्रताड़ित करे तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें
RBI की वेबसाइट पर है लिस्ट
अगर आप फेसबुक या इंटरनेट पर कहीं भी लोन पेशकश देखकर लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो बेहतर है कि आप पहले रिजर्व बैंक पर जाकर रजिस्टर्ड लैंडर्स की लिस्ट देख लें। रिजर्व बैंक ने आपकी सहूलियत के लिए उन ऐपों की एक सूची प्रकाशित की है, जो आरबीआई साथ पंजीकृत हैं।