RBI की ओर से बुधवार को अचानक रेपो रेट बढ़ाने के ऐलान से भारतीय शेयर बाजार एकदम से हिल गया। बाजार बंद होने पर बीएसई सेंसेक्स 1306.96 अंक लुढ़ककर 55,669.03 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी भी 391.50 अंक टूटकर 16677.60 बंद हुआ। बाजार में बड़ी गिरावट आने से निवेशकों के झटके में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक डूब गए। दरअसल, सोमवार को जब बाजारा बंद हुआ था तो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का पूंजीकरण 2,65,88,212 करोड़ रुपये था जो बुधवार को बाजार बंद होने पर 2,59,02,472 करोड़ रुपये रह गया। इस तरह निवेशकों को एक झटके में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो गया।
महंगाई काबू करने के लिए बढ़ाया ब्याज दर
आरबीआई ने बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.40 प्रतिशत बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत कर दिया। मुख्य रूप से बढ़ती महंगाई को काबू में लाने के लिये केंद्रीय बैंक ने यह कदम उठाया है। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में सभी छह सदस्यों ने आम सहमति से नीतिगत दर बढ़ाने का निर्णय किया। सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, टाइटन, एचयूएल, आरआईएल, एशियन पेंट्स और एचडीएफसी बैंक के शेयर नुकसान में थे।
खुदरा महंगाई आरबीआई के लक्ष्य से ऊपर
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते दुनियाभर में महंगाई बढ़ी है। भारत में भी महंगे खाद्य पदार्थों और महंगे ईंधन के चलते खुदरा महंगाई दर मार्च महीने में 6.95 फीसदी पर पहुंच गई। यह आरबीआई की सीमा 6 फीसदी से ज्यादा है। वहीं, अप्रैल में में मौद्रिक पॉलिसी समीक्षा का ऐलान करते हुए खुद आरबीआई गर्वनर ने कहा था कि सेंट्रल बैंक की प्राथमिकता अब महंगाई पर नकेल कसना होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि आरबीआई ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकता है।
बाजार की मजबूत शुरुआत हुई थी
बुधवार को शेयर बाजार की मजबूत शुरुआत हुई थी। ईद के अवसर पर मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद बुधवार को सेंसेक्स 126 अंकों की तेजी के साथ 57,102.86 अंक पर खुला था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी भी 20 अंक चढ़कर 17,089.90 अंक पर खुला था। शुरुआती कारोबार में मारुति, पावरग्रिड, आईटीसी, टाटा स्टील, एनटीपीसी, एसबीआई में तेजी थी।