Highlights
- सभी की निगाहें अगले हफ्ते जारी होने वाली रिजर्व बैंक की समीक्षा पर है
- आरबीआई अगले सप्ताह मौद्रिक समीक्षा में दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा
- वृद्धि केंद्रित तथा पूंजीगत व्यय संचालित राजकोषीय विस्तार की दिशा में आगे बढ़ेगा
मुंबई। बजट के बाद अब सभी की निगाहें अगले हफ्ते जारी होने वाली रिजर्व बैंक की समीक्षा पर है। अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज ने अनुमान जताया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अगले सप्ताह मौद्रिक समीक्षा में दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा, और वृद्धि केंद्रित तथा पूंजीगत व्यय संचालित राजकोषीय विस्तार की दिशा में आगे बढ़ेगा।
ब्रोकरेज फर्म ने हालांकि कहा कि इसके चलते कीमतों में बढ़ोतरी और बाद में ब्याज दरों का जोखिम पैदा हो सकता है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) अगले सोमवार से विचार-विमर्श शुरू करेगी और बुधवार (नौ फरवरी) को नीतिगत कदमों की घोषणा करेगी। दुनिया के लगभग सभी प्रमुख केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए दरों में बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रहे हैं।
भारत में मई 2020 के बाद से प्रमुख रेपो दर चार प्रतिशत पर है, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है। बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद के बावजूद, आरबीआई धीरे-धीरे मौद्रिक नीति को सामान्य स्तर पर लाने का रास्ता अपनाएगा।