RBI Increase the Interest Rate: बाजार में इस समय काफी उथल-पुथल मचा हुआ है। एक तरफ केंद्रीय बैंक द्वारा 2,000 के नोट वापस लेने के फैसले तो वहीं दूसरी तरफ वैश्विक मंदी ने नई हलचल पैदा कर दी है। ऐसे में भारत के विकास दर को लेकर अभी कोई साफ स्थिति नजर नहीं आ रही है। अभी तक सामने आए तमाम रिपोर्ट बेहतर की उम्मीद बता रहे हैं। ऐसे में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास का ये बयान काफी मायने रखता है। क्योंकि अगर आने वाले समय में रेपो रेट में बढ़ोतरी होती है तो उसका असर बाजार पर देखने को मिलेगा। पिछली बैठक में मौद्रिक समिति ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया था, जिसका असर पिछले महीने देश की विकास के साथ बढ़ती महंगाई पर लगाम के रूप में देखा गया था।
शक्तिकांत दास ने दी जानकारी
- आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि ब्याज दर में वृद्धि को रोकना मेरे हाथ में नहीं है, यह स्थिति पर निर्भर करेगा।
- पूंजी, लिक्विडिटी की मजबूत स्थिति और संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार के साथ भारतीय बैंकिंग प्रणाली स्थिर और मजबूत बनी हुई है।
- खुदरा महंगाई के अगले आंकड़े में महंगाई दर के घटकर 4.7 प्रतिशत से नीचे आने की उम्मीद है।
- अर्थव्यवस्था की उत्पादक जरूरतों को पूरा करने के लिए रिजर्व बैंक पर्याप्त लिक्विडिटी को सुनिश्चित करेगा।
- रिजर्व बैंक का प्रयास विनिमय दरों को स्थिर रखना है।
- रिजर्व बैंक वित्तीय स्थिरता को कायम रखने के लिए अर्थव्यवस्था को पूरा समर्थन देगा।