Highlights
- प्राथमिक सहकारी बैंक महानगरों में लोगों को 10 लाख रुपये तक का कर्ज दे सकते हैं
- लोगों को अपने मकानों की मरम्मत या उसमें बदलाव को लेकर कर्ज मिल सकता है
- दस लाख रुपये की सीमा उन शहरों और केंद्रों में है जहां आबादी 10 लाख या उससे अधिक
Home Loan: घर बनवाना किसी भी इंसान के लिए सपने से कम नहीं होता है, वहीं इस सपने को सालों तक नए जैसा बनाए रखना आपकी नींदे उड़ा सकता है। घर पुराना होने पर आपको पैसों की जरूरत होती है। मरम्मत न होने के चलते आपका नया घर भी 5 से 7 साल में खंडहर जैसा लग सकता है। आपकी इसी मुश्किल को हल करने के लिए रिजर्व बैंक ने खास पहल की है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि प्राथमिक सहकारी बैंक महानगरों में लोगों को अपने मकानों की मरम्मत या उसमें बदलाव को लेकर 10 लाख रुपये तक का कर्ज दे सकते हैं। यानि अब आपको 10 लाख रुपये का कर्ज सस्ती दरों पर मिलेगा। आम तौर पर सहकारी बैंक बड़े बैंकों के मुकाबले कम ब्याज दरों पर कर्ज मुहैया करवाते हैं।
रिजर्व बैंक ने डबल की लिमिट
इससे पहले ऐसे बैंकों के लिये मकान मरम्मत या उसमें बदलाव को लेकर कर्ज सीमा में संशोधन सितंबर, 2013 में किया गया था। उसके तहत वे ग्रामीण और छोटे कस्बों में दो लाख रुपये तथा शहरी क्षेत्रों में पांच लाख रुपये तक का कर्ज दे सकते थे। आरबीआई ने प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों के लिए जारी परिपत्र में कहा, ‘‘ऐसे कर्ज की सीमा अब बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दी गयी है। दस लाख रुपये की सीमा उन शहरों और केंद्रों में है जहां आबादी 10 लाख या उससे अधिक है। अन्य केंद्रों के लिये यह सीमा छह लाख रुपये होगी।’’
लोन की EMI और बढ़ेगी
Home-Car लोन समेत दूसरे लोन की EMI और बढ़ने वाली है। भारतीय इसके संकेत अभी से मिल गए हैं। दरअसल, RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक अंग्रेजी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा है कि जून की मौद्रिक पॉलिसी में रेपो रेट में बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि महंगाई को देखते हुए मौद्रिक पॉलिसी के बीच में नीतिगत दरों को बढ़ाकर 4.40 किया गया था। अब इन्हें 5.15 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है, जो कि कोरोना पूर्व का स्तर था। यानी, आने वाले दिनों में आप पर ईमएआई का बोझ और बढ़ने वाला है। आपकी होम, कार लोन समेत दूसरी लोन की ईएमआई बढ़ेगी।