स्टेशन पर या ट्रेन से सफर के दौरान आप कई बार पैन्ट्री से चाय, नाश्ता या खाना खरीदकर खाते हैं। आपको इसके बदले भुगतान करना होता है। लेकिन क्या आप जो कीमत चुका रहे हैं, वह वास्तविक कीमत है या नहीं, इस पर कभी गौर किया है? अगर नहीं तो अगली बार जरूर करियेगा। भारतीय रेल ने दरअसल, पैन्ट्री में मिलने वाली खाने-पानी की सभी चीजों की कीमतें और मात्रा तय कर रखी है। हालांकि कीमतें ट्रेन की कैटेगरी पर अलग-अलग हो सकती हैं। स्टेशन और रनिंग ट्रेन की कीमत में भी मामूली फर्क होता है। हम यहां मेल-एक्सप्रेस ट्रेन की बात कर लेते हैं।
बिल मांगने का रेलवे ने दिया है आपको अधिकार
नियम के मुताबिक, पैन्ट्री स्टाफ को इसी कीमत पर पैसेंजर्स को सबकुछ सर्व करना है। अगली बार सफर पर जब जाएं तो आपको वास्तविक कीमत की जानकारी होगी तो आप ठगे नहीं जाएंगे। कई बार ऐसी शिकायते आती हैं कि खाने के सामान पर ओवर चार्ज किया जा रहा है लेकिन बिल नहीं दिया जाता है। भारतीय रेल का कहना है कि पैसेंजर चाहें तो हर चीज का बिल मांग सकते हैं और नहीं मिलने पर शिकायत भी कर सकते हैं।
चाय-नाश्ता और भोजन की वास्तविक कीमत करें नोट
कहां करें शिकायत
अगर पैन्ट्री स्टाफ खाने-पीने के सामान का बिल देने से मना करता है या आनाकानी करता है तो आप इसकी शिकायत रेलवे में कर सकते हैं। पैसेंजर अपनी शिकायत/सुझाव रेल हेल्प नंबर 139, एक्स पर (ट्विटर हैंडल) @IRCatering, CPGRAMS, ई-मेल और SMS के जरिये दर्ज कर सकते हैं। शिकायतें आईआरसीटीसी की वेबसाइट www.irctc.in और पेंट्री कार मैनेजर, ट्रेन के अधीक्षक और गार्ड के पास उपलब्ध शिकायत पुस्तिकाओं में भी दर्ज की जा सकती हैं। पैसेंजर कोच अटेंडेंट या दूरे अधिकृत कैटरिंग स्टाफ से संपर्क करके खानपान सेवाओं का फायदा उठा सकते हैं। भोजन की पूर्व बुकिंग आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग सुविधा वेबसाइट के जरिये भी दी जाती है।