Highlights
- भारत रूस से सुपर एडवांस्ड मिसाइल डिफेंस सिस्टम S-500 खरीद सकता है
- AK-203 राइफल को भारत में ही बनाने को मंजूरी दे दी गई है
- नवंबर 2019 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद पहली बैठक
Vladimir Putin India Visit: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन आज 6 से 7 घंटे की संक्षिप्त यात्रा पर भारत आ रहे हैं। पुतिन की यात्रा की अवधि भले ही कम हो, लेकिन इस दौरान भारत और रूस के बीच रक्षा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, व्यापार और निवेश, हथियार उत्पादन क्षेत्र, ऊर्जा और तकनीक जैसे क्षेत्रों में बड़े व्यापारिक समझौते होने की उम्मीद है। लेकिन इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच मुख्य फोकस रक्षा सौदों पर होगा।
पुतिन की यात्रा से कुछ घंटे पहले ही रूस और भारत के बीच 2+2 बैठक हुई। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने अपने रूसी समकक्षों क्रमश: जनरल सर्गेइ शोइगु और सर्गी लेवरोव से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई रक्षा समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गए, जिसमें एके-203 को लेकर भी करार हुआ
भारत में बनेगी एके 203 रायफल
राजनाथ की रूसी रक्षा मंत्री के साथ इस मीटिंग में AK-203 राइफल को भारत में ही बनाने को मंजूरी दे दी गई है। दोनों मंत्रियों ने भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए उत्तर प्रदेश के अमेठी में इस असाल्ट राइफल को बनाने के समझौते पर दस्तखत किए।
सुपर एडवांस्ड S-500 मिसाइल डिफेंस डील
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के भारत दौरे से चीन और पाकिस्तान बेहद परेशान नजर आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारत रूस से सुपर एडवांस्ड मिसाइल डिफेंस सिस्टम S-500 या S-500 SAM खरीद सकता है। यह S-400 मिसाइल डिफेंस से भी बहुत ज्यादा खतरनाक है, जिसकी डिलीवरी भारत को शुरू हो चुकी है। भारत ने 2018 में रुस से S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने की डील की थी। इसे दुनिया का सबसे एडवांस्ड मिसाइल डिफेंस सिस्टम कहा जाता है। रूस के अलावा यह सिस्टम सिर्फ चीन और तुर्की के पास है। अगर पुतिन और मोदी S-500 सुपर एडवांस्ड मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर डील करते हैं तो तय मानिए कि चीन और पाकिस्तान पर भारत लंबी बढ़त हासिल कर लेगा। अगर S-500 पर डील हुई तो भारत इस डिफेंस सिस्टम को हासिल करने वाला अकेला विदेशी मुल्क होगा।
डिफेंस डील की डिलिवरी पर चर्चा
द्विपक्षीय फोकस एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणालियों और अन्य रक्षा समझौतों की डिलीवरी पर भी होने की उम्मीद है। भारत ने लंबी अवधि की सुरक्षा जरूरतों के लिए अक्टूबर 2019 में 19वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान पांच S-400 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणालियों की खरीद के लिए रूस के साथ 5.43 अगब अमरीकी डालर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे।
रूस-भारत में 10 समझौते हो सकते हैं
रूसी एक्सपर्ट एंड्री कोर्योब ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, 'मोदी-पुतिन के अलावा दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों की बातचीत यह साबित करती है कि दोनों देश एक-दूसरे को कितनी अहमियत देते हैं। मुझे लगता है कि दोनों देशों के बीच कम से कम 10 समझौते हो सकते हैं। ट्रेड, एनर्जी, कल्चर, डिफेंस, स्पेस और टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में तो दोनों देशों का आगे बढ़ना तय है। दोनों ही नहीं चाहते कि इस मामले में किसी तीसरे देश का दखल हो।'
शाम 5.30 बजे होगी मोदी पुतिन की बैठक
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन आज एक दिन के भारत दौरे पर आ रहे हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच शाम 5.30 बजे हैदराबाद हाउस में बातचीत होगी। नवंबर 2019 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच यह पहली आमने-सामने की बैठक होगी।