किसानों के हित में पंजाब सरकार ने फैसला लेते हुए शुक्रवार को गन्ने की कीमत में 11 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की घोषणा कर दी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसका ऐलान कर दिया। मान के मुताबिक, नई दर 391 रुपये प्रति क्विंटल देश में सबसे अधिक है। भाषा की खबर के मुताबिक, हालांकि, किसानों ने कहा कि गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी को बहुत कम बताया है और राज्य सरकार के कदम को विश्वासघात करार दिया।
450 रुपये प्रति क्विंटल की किसानों ने की थी मांग
खबर के मुताबिक, मान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- 11 रुपये की बढ़ोतरी के साथ नई दर 391 रुपये प्रति क्विंटल होगी, जो देश में सबसे अधिक होगी। मान ने कहा कि पंजाब में 11 रुपये को ‘शगुन’ माना जाता है और उनकी सरकार ने किसानों को यह तोहफा दिया है। उन्होंने किसानों के साथ हाल में हुई मीटिंग के दौरान जो वादा किया था, उसे पूरा किया है। किसानों ने हाल ही में गन्ने का दाम 380 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।
किसानों ने कहा बढ़ोतरी बहुत कम
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद किसान संगठन बीकेयू (दोआबा) के अध्यक्ष मंजीत सिंह राय ने कहा कि बढ़ोतरी बहुत कम है। राय ने कहा कि कीमत में बढ़ोतरी बहुत कम है। यह किसानों के साथ विश्वासघात है। हम कीमत बढ़ोतरी से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि गन्ने की कीमतें जितना हमसे वादा किया गया था, उतनी बढ़ाई जानी चाहिए। राय ने कहा कि पिछले हफ्ते चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री के साथ हमारी बैठक में उन्होंने कहा था कि हरियाणा ने हाल ही में गन्ने की कीमतों में 14 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है।
आश्वासन दिया था कि पंजाब की कीमत में 14 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक की बढ़ोतरी होगी। इसलिए उम्मीद कर रहे थे कि नई दर कम से कम 400 रुपये (प्रति क्विंटल) से अधिक होगी। अगर सरकार ने वादे के मुताबिक गन्ने की कीमतें नहीं बढ़ाई तो किसान फिर से विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने राज्य में चीनी मिलों को तुरंत चालू किए जाने की भी मांग की।