Property Buying: घर खरीदना अब और महंगा हो गया है। घरों की मांग बढ़ने और कंस्ट्रक्शन लागत बढ़ने से आठ प्रमुख शहरों में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतों में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान औसत पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में Flats की कीमतों में सबसे अधिक 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रियल एस्टेट क्षेत्र की शीर्ष संस्था क्रेडाई, सलाहकार कोलियर्स इंडिया और डेटा विश्लेषण फर्म लियासेस फोरास की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
अनसोल्ड इनवेंटरी में थोड़ी कमी
अनसोल्ड (अनसोल्ड) इनवेंटरी में थोड़ी कमी आई है। आवास का मूल्य महामारी के पहले के स्तर से ज्यादा हो गया है और निर्माण सामग्री के दामों में बढ़त के बीच मांग बढ़ने के कारण उछाल पर है। आवासीय कीमतों में 10% की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि के साथ दिल्ली–एनसीआर ने सबसे ज्यादा बढ़त की है, जिसके बाद अहमदाबाद (9%) और हैदराबाद (8%) का स्थान है। पिछली कुछ तिमाहियों में बढ़ते मूल्यों और नये लॉन्च में बढ़त के बावजूद, ज्यादातर शहरों में अनसोल्ड इनवेंटरी की संख्या घटी है। बेंगलुरु में अनसोल्ड इनवेंटरी में वर्ष-दर-वर्ष सबसे ज्यादा 21% की कमी आई है, जिसका कारण ज्यादा बिक्री है। केवल हैदराबाद, एमएमआर और अहमदाबाद में अनसोल्ड इनवेंटरी की संख्या बढ़ी है, क्योंकि नये लॉन्चेस बहुत ज्यादा हुए हैं। अनसोल्ड इनवेंटरी में एमएमआर का हिस्सा अब भी सबसे ज्यादा 36% है, जिसके बाद दिल्ली-एनसीआर 14% और पुणे 13% पर हैं।
आठ शहरों के डेटा पर आधारित यह रिपोर्ट
यह रिपोर्ट आठ प्रमुख शहरों- दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर), चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद के रुझानों पर आधारित है। रिपोर्ट का शीर्षक 'हाउसिंग प्राइस-ट्रैकर रिपोर्ट 2022' है। रिपोर्ट में कहा गया कि 2022 की दूसरी तिमाही के दौरान भारत में आवास कीमतें महामारी से पहले के स्तर को पार कर गईं। इससे संकेत मिलता है कि घर की मांग काफी तेज है और आपूर्ति पूरी तरह मांग के अनुरूप है।
घरों की कीमत में बढ़ोतरी
शहर |
2022 की दूसरी तिमाही में औसत मूल्य |
तिमाही-दर-तिमाही बदलाव |
वर्ष-दर-वर्ष बदलाव |
अहमदाबाद |
5,927 |
4% |
9% |
बेंगलुरु |
7,848 |
3% |
4% |
चेन्नई |
7,129 |
0% |
1% |
हैदराबाद |
9,218 |
1% |
8% |
कोलकाता |
6,362 |
2% |
8% |
एमएमआर |
19,677 |
1% |
1% |
एनसीआर |
7,434 |
1% |
10% |
पुणे |
7,681 |
3% |
5% |
स्रोत: लाएसेस फोरास, कॉलियर्स
निर्माण सामग्री के दाम बढ़ने का असर फ्लैट की कीमत पर
संजीव अरोड़ा, निदेशक, 360 रियल्टर्स ने कहा कि महामारी के असर में कमी आने के बाद रियल एस्टेट मार्केट ने गति पकड़ी मगर इसके साथ है निर्माण सामग्री की लागत में भी वृद्धि हुई जिसका सीधा असर फ्लैट की कीमत पर पड़ रहा है। मगर यहां डेवलपर घर खरीदार के सेंटिमेंट को बनाए रखने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं। इसलिए एनसीआर में निर्माण सामग्री की लागत में हुई वृद्धि के अनुपात में ही फ्लैट की कीमतों में वृद्धि हुई है। घरों की बिक्री पर इसका ज्यादा नहीं दिखाई देगा क्योंकि त्योहारी सीजन में अनसोल्ड इनवेंटरी में कमी आएगी। वहीं, अमित मोदी, क्रेडाई-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ने कहा कि निर्माण सामग्री की लागत में हुई वृद्धि आवासीय योजनाओं की कीमत की वृद्धि का कारण बन रहा है। मगर इसका होम बायर्स के सेंटिमेंट पर कुछ खास असर नहीं पड़ेगा क्योंकि अभी देश में सभी आर्थिक गतिविधियों ने रफ्तार पकड़ ली है। त्योहारी सिजन की भी शुरुआत लगभग हो चुकी है जो मांग को बढ़ाएगा और अनसोल्ड इनवेंटरी को कम करेगा।