Highlights
- चेन्नई में आवास मूल्य सबसे ज्यादा 15 प्रतिशत तक बढ़ा
- बेंगलुरु में कीमतें आठ प्रतिशत बढ़कर 6,196 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं
- एक साल में आवासीय बाजार में बिक्री बढ़ने के साथ कीमतों में लगातार इजाफा
Property Bazaar: देश के नौ प्रमुख शहरों में इस साल तीन महीने (अप्रैल-जून तिमाही) के दौरान घरों की औसत कीमतों में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। डेटा विश्लेषण कंपनी प्रॉपइक्विटी की एक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन शहरों में चेन्नई में आवास मूल्य सबसे ज्यादा 15 प्रतिशत तक बढ़ा है। चेन्नई में भारित औसत मूल्य जून तिमाही में 15 प्रतिशत बढ़कर 6,744 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया। एक साल पहले पहले की समान अवधि में यह 5,855 रुपये प्रति वर्ग फुट था।
गुरुग्राम में 12 प्रतिशत बढ़ी कीमतें
गुरुग्राम और हैदराबाद में आवास कीमतें 12 प्रतिशत बढ़कर क्रमश: 11,517 रुपये प्रति वर्ग फुट और 6,472 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गईं। पिछले वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में यह क्रमश: 10,315, रुपये और 5,764 रुपये रुपये प्रति वर्ग फुट था। वहीं, बेंगलुरु में कीमतें आठ प्रतिशत बढ़कर 6,196 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। पिछले साल की समान अवधि में यह 5,760 रुपये प्रति वर्ग फुट थी।
नोएडा में औसत कीमत में नौ प्रतिशत की वृद्धि
नोएडा में औसत कीमत नौ प्रतिशत बढ़कर 7,411 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई। अप्रैल-जून, 2021 में यह 6,791 रुपये प्रति वर्ग फुट थी। मुंबई, ठाणे और पुणे में आवास की कीमतें तीन प्रतिशत तक बढ़ी हैं। मुंबई में आवासीय संपत्तियों की कीमतें 18,259 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 18,896 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गईं, जबकि ठाणे में यह 6,325 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो एक साल पहले की समान अवधि में 6,165 रुपये प्रति वर्ग फुट थी। पुणे में आवास कीमतें 5,189 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 5,348 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। कोलकाता में इस साल अप्रैल-जून तिमाही में घरों की कीमतें केवल एक प्रतिशत बढ़कर 5,431 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गईं।
कीमतों में लगातार इजाफा हुआ
प्रॉपइक्विटी के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक समीर जसूजा ने कहा कि पिछले एक साल में आवासीय बाजार में बिक्री बढ़ने के साथ कीमतों में लगातार इजाफा हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, इस साल जून तिमाही के दौरान घरों की बिक्री सालाना आधार पर 96 प्रतिशत बढ़कर 93,153 इकाई हो गई। हालांकि, पिछली यानी मार्च तिमाही की तुलना में बिक्री सात प्रतिशत घटी है।