Sunday, November 24, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. चीन को टक्कर देने की बात करना है 'नासमझी'! जानिए RBI के पूर्व गवर्नर राजन ने क्यों कही ये बात

RBI के पूर्व गवर्नर राजन ने उड़ाया मजाक, चीन को टक्कर देने की बात करना है 'नासमझी'!

यह तर्क अपरिपक्व है कि भारत चीन की जगह ले लेगा। इसकी वजह यह है कि भारत की अर्थव्यवस्था चीन की तुलना में अभी बहुत छोटी है।

Edited By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published on: January 17, 2023 19:52 IST
Rajan- India TV Paisa
Photo:PTI Rajan

रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को कहा कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि को प्रभावित करने के मामले में भारत के चीन की जगह ले लेने के बारे में सोचना अपरिपक्वता होगी लेकिन आगे चलकर स्थिति बदल भी सकती है। राजन ने यहां जारी विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की बैठक के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था में थोड़ा भी सुधार होने से वैश्विक वृद्धि की संभावनाओं को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब भी 12 महीने बाकी हैं और इस दौरान चीन की स्थिति का सुधरना अच्छी बात होगी।

उन्होंने कहा, "चीन इस समय महामारी का सामना कर रहा है और इस साल मार्च-अप्रैल तक उसकी स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है। अगर उसके विनिर्माण में सुधार होता है तो उससे बाहर भी कीमतें कम हो सकती हैं।" भारत के बारे में पूछे जाने पर राजन ने कहा, "यह तर्क अपरिपक्व है कि भारत चीन की जगह ले लेगा। इसकी वजह यह है कि भारत की अर्थव्यवस्था चीन की तुलना में अभी बहुत छोटी है।" इसके साथ ही उन्होंने कहा, "लेकिन समय बीतने के साथ स्थिति बदल भी सकती है।

भारत पहले से ही दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है और यह अपनी वृद्धि जारी रख सकता है।" राजन ने कहा कि मौजूदा समय में नीति-निर्माताओं की नजरें श्रम बाजार के अलावा आवासीय क्षेत्र पर टिकी हुई हैं। उन्होंने अमेरिका का जिक्र करते हुए कहा कि वहां घरों की बिक्री नहीं होने पर भी कीमतें नहीं गिर रही हैं। उन्होंने कहा, "क्या सब निराशाजनक ही है। शायद नहीं, अगर पुतिन युद्ध खत्म करने का फैसला कर लेते हैं तो निश्चित रूप से हालात सुधरेंगे।" 

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement