वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार, 6 दिसंबर से अलग-अलग पक्षों के साथ बजट पूर्व परामर्श (Pre-Budget Consultation) मीटिंग शुरू करेंगी। इस पूरी प्रक्रिया के तहत, वित्त मंत्री 6 दिसंबर को दिग्गज अर्थशास्त्रियों से मिलेंगी। वित्त मंत्री इस दौरान चालू वित्त वर्ष (2024-25) की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में जीडीपी के सात तिमाहियों के सबसे निचले स्तर 5.4 प्रतिशत रहने के बीच अगले साल पेश होने वाले बजट के बारे में उनसे सुझाव लेंगी। सूत्रों ने कहा कि इसके बाद 7 दिसंबर को वित्त मंत्री की बैठक किसान संगठनों, कृषि अर्थशास्त्रियों और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (MSME) सेक्टर के प्रतिनिधियों के साथ होगी।
30 दिसंबर तक चलेंगी बजट पूर्व-परामर्श बैठकें
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2025 को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट पेश कर सकती हैं। निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाने वाला ये लगातार आठवां बजट होगा। इसके साथ ही ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट होगा, जो 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नीतिगत दिशा प्रदान करेगा। बजट पूर्व परामर्श 30 दिसंबर को भारतीय इंडस्ट्री के दिग्गजों और सोशल सेक्टर, खासतौर पर एजुकेशन और हेल्थ के दिग्गजों के साथ परामर्श के साथ संपन्न होगा। सूत्रों ने बताया कि लेबर ग्रुप, फाइनेंशियल सेक्टर, सर्विस सेक्टर आदि के साथ भी वित्त मंत्री की मीटिंग होंगी।
लोकसभा चुनाव की वजह से इस साल दो बार पेश किया गया था बजट
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल दो बजट पेश किए थे। वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 1 फरवरी, 2024 को देश का अंतरिम बजट पेश किया था। जून में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद वित्त मंत्री ने 23 जुलाई को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पूर्ण बजट पेश किया था। बताते चलें कि जिस साल देश में लोकसभा चुनाव होते हैं, उस साल दो बार बजट पेश किया जाता है। चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश किया जाता है, जिसमें बहुत बड़े ऐलान नहीं होते हैं। चुनाव खत्म होने के बाद जब सरकार का गठन होता है तो पूर्ण बजट पेश किया जाता है।