Policy Bazaar: अगर आपने भी ऑनलाइन बीमा ब्रोकर पॉलिसीबाजार से अपनी पॉलिसी ली है या फिर बीमा संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए अपनी पर्सनल जानकारी वेबसाइट पर शेयर की है, तो आपके लिए बुरी खबर है। पॉलिसीबाजार के सिस्टम की कमजोरियों के चलते उसके लाखों ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी लीक हो गई। लीक हुई जानकारी में रक्षा क्षेत्र के कर्मचारियों की जानकारी भी शामिल हैं। यह देश की सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा हो सकता है।
मोबाइल नंबर से लेकर घर का पता तक लीक
एक दिग्गज साइबर सिक्योरिटी रिसर्च फर्म ने बुधवार को यह दावा किया। साइबरएक्स9 ने कहा कि सिस्टम से जुड़ी कमजोरियों के कारण आधार और पैन कार्ड के विवरण के साथ ही ग्राहकों के पते और फोन नंबर जैसी जानकारियां उजागर हुईं। फर्म ने कहा कि इस समस्या की सूचना 18 जुलाई को पॉलिसीबाजार को दी गई थी।
पॉलिसी बाजार ने किया था इनकार
पॉलिसीबाजार ने शेयर बाजारों को 24 जुलाई को बताया था कि उसे 19 जुलाई को कुछ खामियों का पता चला और कोई महत्वपूर्ण ग्राहक डेटा लीक नहीं हुआ। इस बारे में संपर्क करने पर पॉलिसीबाजार के प्रवक्ता ने बुधवार को एक बार फिर 24 जुलाई को शेयर बाजारों को दी गई जानकारी का उल्लेख किया और कहा कि इन खामियों को ठीक कर लिया गया है और एक बाहरी सलाहकार ने इसकी पुष्टि की है।
5.64 करोड़ लोगों का डेटा लीक
प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘बाहरी सलाहकारों के साथ घटना का गहन फॉरेंसिक ऑडिट शुरू किया गया है। इस घटना को मीडिया ने कवर किया था। हमारे पास नया बताने के लिए कुछ नहीं है।’’ ऑनलाइन ब्रोकर की मूल कंपनी पीबी फिनटेक शेयर बाजारों में सूचीबद्ध है। साइबरएक्स9 ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि पॉलिसीबाजार ने लाखों ग्राहकों की गोपनीय और संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी को उजागर किया, जिसमें आधार, पैन कार्ड और पासपोर्ट का विवरण शामिल है। इसने यह भी दावा किया कि पॉलिसीबाजार के सिस्टम में खामियों के चलते करीब 5.64 करोड़ लोगों का डेटा लीक हुआ है।