प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (6 दिसंबर) जम्मू रेल डिवीजन का उद्घाटन करेंगे। इसके तहत, पीएम मोदी डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) कार्यालय का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। यह जम्मू रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में होगा। इस कदम से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के पठानकोट क्षेत्र की फिरोजपुर डिवीजन पर निर्भरता खत्म हो जाएगी। दिल्ली से कश्मीर तक सीधी ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद भारत सरकार जम्मू में नया रेलवे डिवीजन बनाने का फैसला किया था।
शुरुआत में 721 किलोमीटर नए डिवीजन में होगा
खबर के मुताबिक, रेलवे बोर्ड ने जम्मू में एक नए रेलवे डिवीजन की स्थापना के लिए 1 जनवरी को एक नोटिफिकेशन जारी किया था। नए रेलवे डिवीजन के लिए एक अंतिम विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी, जिसे फिर रेलवे बोर्ड को सौंपा जाएगा। इसके बाद, इसके अधिकार क्षेत्र के बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा। नए डिवीजन के तहत शुरुआत में 721 किलोमीटर को शामिल किया गया है। इसमें मुख्य रूप से जम्मू से श्रीनगर-बड़गाम सेक्शन का रेलवे सेक्शन शामिल होगा। पठानकोट, जोगिंद्रनगर और अन्य नजदीकी रेल सेक्शन भी शामिल किए गए हैं।
जम्मू में मुख्यालय वाला यह डिवीजन फिरोजपुर डिवीजन से अलग होकर बनाया गया है। इसके अधिकार क्षेत्र में पठानकोट-जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला खंड (423 किमी), भोगपुर-सिरवाल-पठानकोट (87.21 किमी), बटाला-पठानकोट (68.17 किमी) और पठानकोट-जोगिंदर नगर नैरो-गेज खंड (163.72 किमी) शामिल हैं।
सबसे उत्तरी भाग को हटाकर नया रेल डिवीजन बनाया गया
रेलवे का कहना है कि जम्मू और कश्मीर के आसपास के क्षेत्र प्राथमिकता में हैं। जल्द ही जम्मू से श्रीनगर तक परिचालन शुरू हो जाएगा। पहले यह क्षेत्र फिरोजपुर डिवीजन के अधीन था। भारतीय रेलवे ने फिरोजपुर डिवीजन से सबसे उत्तरी भाग को हटाकर इसे एक नए रेल डिवीजन के रूप में स्थापित करने का फैसला किया है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने इससे पहले कहा कि मेरा मानना है कि यह हम सभी के लिए बहुत गर्व और खुशी की बात है। प्रधानमंत्री जी ने हमारे अनुरोध को स्वीकार करते हुए जम्मू को एक अलग रेलवे डिवीजन देने का फैसला किया है, जो लंबे समय से प्रतीक्षित और आवश्यक था।