दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित हो रहे स्टार्टअप महाकुंभ (Startup Mahakumbh) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) अपना संबोधन दे रहे हैं। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'बीते दशकों में हमने देखा है कि भारत ने आईटी और सॉफ्टवेयर सेक्टर में छाप छोड़ी है। अब इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं। स्टार्टअप की दुनिया के सभी साथियों का इस महाकुंभ में होना मायने रखता है। आमतौर पर व्यापारी लोग जब चुनाव आते हैं, तो सोचते हैं कि अभी रहने देते हैं जब नई सरकार आएगी, तो उस हिसाब से देखेंगे। लेकिन आज आप इतनी बड़ी संख्या में यहां आए हैं, तो आपके मन में आपको पता है कि अगले 5 साल क्या होने वाला है।'
हमारे पास 110 यूनिकॉर्न
पीएम ने कहा, 'आज भारत दुनिया का तीसरा बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। भारत में आज सवा लाख रजिस्टर्ड स्टार्टअप हैं। इनसे करीब 12 लाख नौजवान सीधे जुड़े हैं। हमारे पास 110 यूनिकॉर्न हैं। स्टार्टअप ने 12000 पैटेंट फाइल किये हैं।' उन्होंने कहा, 'आज देश के छोटे शहरों के युवा भी स्टार्टअप कर रहे हैं। योगा और आयुर्वेद में भी खूब स्टार्टअप आ रहे हैं। स्पेस जैसे सेक्टर में भी नए बिजनस आ रहे हैं। ऑलरेडी हमारे स्टार्टअप स्पेस शटल लॉन्च करने लगे हैं। साथियों, भारत की युवा शक्ति का सामर्थ्य आज पूरी दुनिया देख रही है। देश ने स्टार्टअप इकोसिस्टम तैयार करने के लिए काफी कदम उठाए हैं।'
पढ़ाई का मतलब अब सरकारी नौकरी नहीं
पीएम ने कहा, 'हमारे यहां पढ़ाई का मतलब नौकरी और नौकरी का मतलब सिर्फ सरकारी नौकरी था। बेटियों के लिये लोग सिर्फ सरकारी लड़का देखना चाहते थे। आज सोच बदल गई है। कोई पहले बिजनस की बात करता था, तो सोचता था कि यार पैसे कहां से लाऊं। जिसके पास पैसा है, वही बिजनस कर सकता है, यह धारणा बन गई थी। इस स्टार्टअप इकोसिस्टम ने उस धारणा को बदल दिया है। अब लोग जॉब पाने की जगह जॉब देने की सोच रहे हैं।' पीएम ने कहा, 'कुछ दिनों पहले मुझे अमेरिका की संसद में बुलाया गया था। मैंने वहां कहा कि दुनिया में एआई अब बड़ा महत्व रखने जा रहा है, तो वहां लोगों में जितनी समझ थी, उतनी तालियां बजीं। फिर मैंने कहा कि मेरा एआई का मतलब है, अमेरिका-इंडिया। तो पूरा सभाग्रह खड़ा हो गया। चलो यह तो मैने थोड़ा राजनीति के लिए कह दिया था।'
भारत मंडपम में तीन दिन का यह स्टार्टअप महाकुंभ 18 मार्च से चल रहा है। इस कार्यक्रम में 2000 से ज्यादा उद्यमियों के भाग लेने का अनुमान है। स्टार्टअप महाकुंभ में दो हजार से अधिक स्टार्टअप, एक हजार से अधिक निवेशक, 300 इनक्यूबेटर, तीन हजार सम्मेलन प्रतिनिधि, 20 से अधिक देश के प्रतिनिधि, सभी भारतीय राज्यों के भावी उद्यमी, 50 से अधिक यूनिकॉर्न और 50 हजार से अधिक कारोबारियों के शामिल होने का अनुमान है।
पीएम ने क्या लिखा?
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'कल सुबह 10:30 बजे मैं स्टार्टअप महाकुंभ में बोलूंगा। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो स्टार्टअप्स, इनोवेटर्स और उभरते उद्यमियों की दुनिया के हितधारकों को एक साथ लाता है। स्टार्टअप्स की दुनिया में भारत की प्रगति पिछले कुछ सालों में अभूतपूर्व रही है।' इस कार्यक्रम में डीपटेक, एआई और सास, फिनटेक, एग्रीटेक, बायोटेक, क्लाइमेट टेक, गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स पर घटनाओं की विविधता और गहराई को प्रदर्शित करने के लिए 10 थीमैटिक पवेलियन हैं।
कौन करवा रहा है यह आयोजन?
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) के सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह आयोजन इस तरह के पिछले किसी भी आयोजन के मुकाबले 100 गुना अधिक बड़ा है। इस कार्यक्रम को एसोचैम, नैसकॉम, बूटस्ट्रैप इनक्यूबेशन एंड एडवाइजरी फाउंडेशन, टीआईई और इंडियन वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन (आईवीसीए) मिलकर आयोजित कर रहे हैं। इस आयोजन को उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब (एमएसएच) और इन्वेस्ट इंडिया का भी समर्थन प्राप्त है।