प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने बुधवार को 'भारत मार्ट' की आधारशिला रखी। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म होगा जो भारतीय एमएसएमई क्षेत्र (सूक्ष्म, छोटी और मध्यम आकार की कंपनियों) को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों तक पहुंच मुहैया कराएगा। भाषा की खबर के मुताबिक, विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि मोदी और मकतूम ने दुबई के जेबेल अली मुक्त व्यापार क्षेत्र में बनाए जाने वाले 'भारत मार्ट' के शिलान्यास से संबंधित कार्यक्रम में ऑनलाइन हिस्सा लिया।
निर्यात को बढ़ावा देने में होगी बड़ी भूमिका
खबर के मुताबिक, भारत मार्ट का निर्माण डीपी वर्ल्ड करेगी। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह मार्ट भारत के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को खाड़ी, पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरेशिया क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय खरीदारों तक पहुंच बनाने का एक प्रभावी प्लेटफॉर्म उपल्बध कराएगा। साथ ही उनके निर्यात को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने विश्वास जताया कि 'भारत मार्ट' जेबेल अली बंदरगाह की रणनीतिक स्थिति और लॉजिस्टिक में इसकी मजबूती का लाभ उठाकर भारत-यूएई द्विपक्षीय व्यापार को और आगे बढ़ाएगा। इससे पहले मोदी ने विश्व सरकार शिखर सम्मेलन को संबोधित किया और कुछ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं।
भारत मार्ट क्या है
रिपोर्ट के मुताबिक, मार्ट का क्षेत्रफल 100,000 वर्ग मीटर से ज्यादा होने की उम्मीद है। यह गोदाम, खुदरा और आतिथ्य सुविधाओं की मेजबानी करने वाली एक बहुमुखी बहुउद्देशीय सुविधा के रूप में कार्य करेगा। भारत मार्ट में भारी मशीनरी से लेकर खराब होने वाली वस्तुओं तक विभिन्न श्रेणियों के सामानों को पूरा करने के लिए खुदरा शोरूम, कार्यालय, गोदाम और सहायक सुविधाएं होंगी। इसके साथ ही एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म विकसित करने की भी योजना है जो वैश्विक खरीदारों को सुविधा से सामान आसानी से प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा।