भारतीय बैंकिंग सेक्टर ने पहली बार वित्त वर्ष 2023-24 में ₹3 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के लिस्टेड बैंकों का शुद्ध लाभ 39% बढ़कर वित्त वर्ष 2023 के ₹2.2 लाख करोड़ की तुलना में वित्त वर्ष 2024 में ₹3.1 लाख करोड़ हो गया है। पब्लिक सेक्टर के बैंकों ने इस दौरान रिकॉर्ड ₹1.4 लाख करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया, जो कि एक साल पहले की तुलना में 34% की वृद्धि है। वहीं, निजी क्षेत्र के बैंकों का शुद्ध लाभ 42% बढ़कर ₹1.2 लाख करोड़ से लगभग ₹1.7 लाख करोड़ हो गया है।
सरकारी बैंकों ने की छप्परफाड़ कमाई
3 साल में चार गुना बढ़ गया मुनाफा
आसान भाषा में समझें, तो ₹3 लाख करोड़ वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में सभी लिस्टेड कंपनियों के कुल तिमाही लाभ के बराबर है। दरअसल, बैंकों का मुनाफा हाल के वर्षों में सबसे अधिक प्रॉफिटेबल ग्रुप रहे आईटी सर्विसेज की तुलना में कहीं अधिक है। लिस्टेड आईटी सर्विस कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 में लगभग ₹1.1 लाख करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। पिछले कुछ वर्षों में, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा अपनी बैलेंस शीट को क्लीन करने और कमाई बढ़ाने के चलते निजी बैंकों के साथ उनका लाभ का अंतर कम हो गया है। वास्तव में, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का शुद्ध लाभ पिछले तीन वर्षों में चार गुना से अधिक हो गया है।
तो सरकारी बैंकों का मुनाफा होता अधिक..
यदि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को पेंशन के लिए कई बैंकों द्वारा किए गए एकमुश्त प्रावधान की आवश्यकता न होती, तो वित्त वर्ष 2024 में उनका शुद्ध लाभ अधिक होता। हालांकि, चूंकि पेंशन प्रावधान उम्मीद से कम थे, इसलिए उनके शेयरों में बढ़त हुई। बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को भी गोएयर के लिए अपने जोखिम के प्रावधानों के कारण नुकसान उठाना पड़ा, हालांकि ऋण का कोलैटरल रखा गया था।
पीएम ने की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करके सरकारी बैंकों की इस उम्दा कमाई की तारीफ की है। पीएम ने लिखा, 'पिछले 10 साल में अभूतपूर्व उपलब्धि प्राप्त करते हुए भारत के बैंकिंग सेक्टर का शुद्ध लाभ पहली बार किसी वित्त वर्ष में 3 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया। जब हम सत्ता में आए, हमारे बैंक घाटे में थे और यूपीए की 'फोन बैंकिंग' पॉलिसी के चलते बहुत अधिक एनपीए था। बैंकों के दरवाजे गरीबों के लिए बंद थे। बैंकों की हेल्थ में सुधार से गरीबों, किसानों और एमएसएमई को कर्ज मिलने में आसानी हुई है।'
रिलायंस को सबसे अधिक फायदा
समेकित आधार पर, रिलायंस इंडस्ट्रीज को अभी भी ₹79,020 करोड़ का सबसे अधिक वार्षिक लाभ हुआ है। हालांकि, स्टैंडअलोन आधार पर, वित्त वर्ष 2024 में इसका लाभ ₹42,042 करोड़ पर स्थिर रहा। टॉप-10 लिस्टेड कंपनियों में से, TCS ने वित्त वर्ष 2024 के लिए ₹43,559 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। इसके अलावा, इंडियन ऑयल ने ₹39,618 करोड़, ओएनजीसी ने ₹38,828 करोड़ और इंफोसिस ने ₹27,234 करोड़ का लाभ कमाया।