Highlights
- पेट्रोल की बिक्री इससे पिछले महीने की समान अवधि की तुलना में 14 प्रतिशत बढ़ी
- डीजल की मांग 1.8 प्रतिशत बढ़ी, जबकि रसोई गैस की बिक्री 2.8 प्रतिशत बढ़ी
- खुदरा ईंधन विक्रेताओं ने 1-15 मई के दौरान 12.8 लाख टन पेट्रोल बेचा
भारत में पेट्रोल और डीजल की खपत मई में बढ़ गई। इस दौरान आर्थिक गतिविधियों में तेजी के साथ ही फसल कटाई के मौसम की शुरुआत से मांग में सुधार हुआ। उद्योग द्वारा सोमवार को जारी प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक मई के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की बिक्री इससे पिछले महीने की समान अवधि की तुलना में 14 प्रतिशत बढ़ी।
इस दौरान डीजल की मांग 1.8 प्रतिशत बढ़ी, जबकि रसोई गैस की बिक्री 1-15 मई के दौरान में 2.8 प्रतिशत बढ़ी। सार्वजनिक क्षेत्र के खुदरा ईंधन विक्रेताओं ने 1-15 मई के दौरान 12.8 लाख टन पेट्रोल बेचा, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 59.7 प्रतिशत अधिक है।
यह आंकड़ा 2019 की इसी अवधि की तुलना में 16.3 प्रतिशत अधिक है। देश में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले ईंधन डीजल की बिक्री मई के पहले पखवाड़े में सालाना आधार पर 37.8 फीसदी बढ़कर 30.5 लाख टन हो गई। हालांकि, यह आंकड़ा अप्रैल 2019 की समान अवधि में बिक्री की तुलना में 1.5 प्रतिशत कम है।
उद्योग सूत्रों ने कहा कि मई में खपत बढ़ने की एक वजह फसल कटाई के मौसम की शुरुआत है। इसके अलावा कम आधार प्रभाव के कारण भी बिक्री में वृद्धि हुई।