Paytm पेमेंट्स बैंक का 29 फरवरी के बाद चलने का रास्ता करीब-करीब बंद हो गया है। इस बात के संकेत आरबीआई गवर्नर ने दे दिए हैं। आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) के खिलाफ की गई कार्रवाई की समीक्षा करने की ‘शायद ही कोई गुंजाइश’ है। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे 29 फरवरी के बाद किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट, फास्टैग और अन्य साधनों में जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया था। इससे साफ हो जाता है कि 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक का लाइसेंस रद्द किया जाएगा। आरबीआई की उसे रीन्यू करने की कोई योजना नहीं है।
पेटीएम पर एफएक्यू जारी करेगा आरबीआई
दास ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ की गई कार्रवाई की समीक्षा के लिए ‘शायद ही कोई गुंजाइश’ है। उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई व्यापक मूल्यांकन के बाद ही विनियमित संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई करता है। दास ने इस बात पर जोर दिया कि नियामक वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) क्षेत्र का समर्थन करता है, और वह ग्राहकों के हितों की रक्षा के साथ ही वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक जल्द ही पेटीएम मामले पर एफएक्यू (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) जारी करेगा।
एफडीआई प्रवाह की जांच कर रही है सरकार
सरकार वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड की सहायक कंपनी पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड (पीपीएसएल) में चीन से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की जांच कर रही है। पीपीएसएल ने नवंबर 2020 में भुगतान एग्रीगेटर के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पास लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। आरबीआई ने हालांकि नवंबर 2022 में पीपीएसएल के आवेदन को खारिज कर दिया और कंपनी को इसे फिर से जमा करने के लिए कहा, ताकि एफडीआई नियमों के तहत प्रेस नोट तीन का अनुपालन किया जा सके। वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) में चीनी फर्म एंट ग्रुप कंपनी का निवेश है। इसके बाद, कंपनी ने एफडीआई दिशानिर्देशों के तहत निर्धारित प्रेस नोट तीन का अनुपालन करने के लिए ओसीएल से कंपनी में पिछले निवेश के लिए भारत