Highlights
- पाकिस्तान में 2020-21 में लगभग 20 बिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी गई
- बीते 5 माह में 1064 लोगों ने 5 करोड़ डॉलर के क्रिप्टोकरेंसी खरीदे हैं
- केंद्रीय बैंक ने 2018 से बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी लीगल टेंडर मानने से मना कर दिया
खस्ताहाल पाकिस्तान में सरकार का खजाना भले ही खाली हो, लेकिन लोगों की तिजोरियां पूरी तरह से भरी हैं। बिटकॉइन को लेकर एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में बिटकॉइन सहित विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड बीते 6 महीने से आसमान छू रहा है। वह भी तब, जब पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने क्रिप्टो में कारोबार पर रोक लगा रखी है। पाकिस्तान इस समय भारत और वियतनाम के बाद 2020-21 में ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में तीसरे स्थान पर है।
फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में तेजी से इजाफा हुआ है। 2021 में लोगों ने 20 बिलियन डॉलर के बिट कॉइन खरीद डाले, जो कि पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार से भी अधिक हैं। खास बात यह है कि पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने 2018 से बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी लीगल टेंडर मानने से मना कर दिया था। लेकिन स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं होने के बावजूद, क्रिप्टोकरेंसी में रुचि बढ़ रही है।
711 फीसदी बढ़ा निवेश
रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने 2020-21 में लगभग 20 बिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी गई है। साल भर में इसमें 711 प्रतिशत की असामान्य वृद्धि हुई।जानकारों के अनुसार कोरोनोवायरस महामारी के दौरान क्रिप्टोकरेंसी में तेज वृद्धि हुई है। जबकि सरकार के बार इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। पाकिस्तानी निवेशकों द्वारा उपयोग किया जाने वाला सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज बिनेंस है, जिसका मुख्यालय केमैन द्वीप में है। जबकि अन्य प्रसिद्ध प्लेटफार्मों में लोकलबीटॉक्स डॉट कॉम, बिनोमो और अन्य शामिल हैं।
1,064 लोगों ने खरीदे 1 अरब के बिटकॉइन
पाकिस्तानी मीडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार बीते 5 माह में 5 करोड़ डॉलर के क्रिप्टोकरेंसी खरीदे गए हैं। देश में 1064 लोगों ने 2923 ट्रांजेक्शन किए हैं। इन ट्रांजेक्शन के साथ करीब 1 अरब पाकिस्तानी रुपयों के बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो खरीदी गई हैं।
जांच में जुटी एजेंसियां
पाकिस्तान में बिटकॉइन को लेकर इतनी भारी खरीद ने सरकार के भी होश उड़ा दिए हैं। सरकार की फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने इसकी जांच भी शुरू कर दी है। सरकार पता लगा रही है कि इतनी भारी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन कैसे हो रही है।