Highlights
- पाकिस्तान पर तेल और गैस के पैसे चुकाने लायक पैसे भी नहीं हैं
- पाकिस्तान सरकार ने 30 अरब पाकिस्तान रुपये के अतिरिक्त कर लगाया
- अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर 239.94 पर पाकिस्तानी रुपया
Pakistan के बुरे दिन खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। पहले से ही विदेशी कर्जे में आकंठ डूबे पाकिस्तान पर आतंकवाद को शय देने का भी आरोप है। जिसके कारण बीते कुछ साल से उसे विश्व बैंक से लेकर मुस्लिम राष्ट्र तक पाकिस्तान को धन उपलब्ध कराने से किनारा कर रहे हैं। वहीं कोरोना महामारी और अब यूक्रेन युद्ध ने पाकिस्तान की कमर तक तोड़ दी है।
ताजा खबर यह है कि पाकिस्तान पर तेल और गैस के पैसे चुकाने लायक पैसे भी नहीं हैं और देश पर दीवालिया होने का खतरा पैदा हो गया है। इस संकट से निकलने के लिए नकदी की कमी से जूझ रही पाकिस्तान सरकार ने 30 अरब पाकिस्तान रुपये के अतिरिक्त कर लगाने का फैसला किया है।
पाकिस्तान को 100 अरब डॉलर की दरकार
पाकिस्तानी मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार भारत के पड़ौसी देश को तेल और गैस के भुगतान में चूक का डर है। ऐसे में इससे बचने के लिए यह देश 100 अरब पाकिस्तानी रुपये जुटाने की कोशिश कर रहा है और इस संबंध में उसने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ एक कर्मचारी स्तर का समझौता भी किया है।
आम लोगों पर 30 अरब का टैक्स
ईसीसी ने ‘‘वित्त विभाग और संघीय राजस्व बोर्ड को एक सप्ताह के भीतर कराधान के जरिए 30 अरब पाकिस्तानी रुपये जुटाने का प्रस्ताव देने को कहा है।’’ इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) को तत्काल भुगतान के लिए 30 अरब पाकिस्तानी रुपये के पूरक बजट अनुदान को भी मंजूरी दी।
पाकिस्तान को मिली एक और बुरी खबर
रेटिंग एजेंसी S&P ग्लोबल ने पाकिस्तान की दीर्घकालिक रेटिंग को ‘स्थिर’ से घटाकर ‘नकारात्मक’ कर दिया है। नकदी की कमी से जूझ रहा यह देश भारी महंगाई, रुपये की कीमत में गिरावट और सख्त वैश्विक वित्तीय दशाओं से जूझ रहा है। न्यूयॉर्क स्थित एजेंसी ने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान पर अपनी रेटिंग लंबी अवधि के लिए ‘बी ऋणात्मक’ और छोटी अवधि के लिए ‘बी’ तय की थी। एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘‘वस्तुओं की ऊंची कीमतों, सख्त वैश्विक वित्तीय दशाओं और कमजोर रुपये के चलते पाकिस्तान की वाह्य स्थिति कमजोर हुई है।’’
रिकॉर्ड स्तर पर पाकिस्तानी रूपया
पाकिस्तानी रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर 239.94 पर बंद हुआ। एजेंसी ने कहा कि अगर पाकिस्तान के बाह्य संकेतकों में गिरावट जारी रहती है, तो वह अपनी रेटिंग कम कर सकता है, लेकिन अगर इसकी बाह्य स्थिति स्थिर हो जाती है और इसमें सुधार होता है तो इसे स्थिर के रूप में संशोधित किया जा सकता है। नकारात्मक दृष्टिकोण अगले 12 महीनों के दौरान बाह्य क्षेत्र में पाकिस्तान की नकदी स्थिति के बढ़ते जोखिमों को दर्शाता है। एसएंडपी ने कहा कि निकट भविष्य में सुधार की संभावनाएं राजनीतिक स्थिरता और व्यापक आर्थिक स्थितियों पर निर्भर है।
श्रीलंका को लगा IMF से झटका
विश्व बैंक ने कहा कि संकटग्रस्त श्रीलंका को तब तक नया वित्तपोषण नहीं दिया जाएगा, जब तक कि वहां एक ‘पर्याप्त’ व्यापक आर्थिक नीति का मसौदा तैयार नहीं हो जाता है। विश्व बैंक ने यह बयान बृहस्पतिवार को जारी किया। इससे दो दिन पहले एक अन्य वैश्विक वित्तीय निकाय अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने श्रीलंका से कहा था कि वह चीन सहित अपने ऋणदाताओं के साथ कर्ज पुर्नगठन करे। इसके बाद ही उसे राहत पैकेज दिया जा सकता है।