Highlights
- इस्लामाबाद में होने वाली शादियों पर आंशिक बैन लगाया
- शादियों में 1 से ज्यादा डिश भी नहीं परोसी जाए
- 20 दिनों के अंदर देश में पेट्रोल करीब 84 रुपये महंगा
पाकिस्तान के चकनाचूर आर्थिक हालात किसी से छिपे नहीं हैं। इस्लाम के नाम पर पड़ौसी देशों में आतंक फैलाने वाले इस देश का खजाना पूरी तरह से खाली है। आईएमएफ की रोक की वजह से इसके हमदम रहे खाड़ी के देश भी मदद नहीं कर पा रहे हैं। अमेरिका जैसे दुनिया के विकसित देशों से जो मदद मिलती थी वह भी बंद है।
हालात यह है कि पाकिस्तान के पास तेल से लेकर जरूरी सामान आयात करने के पैसे ही नहीं हैं। डॉलर के मुकाबले 200 के पार जा चुका रुपया रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। वहीं पेट्रोल भी 250 रुपये तक पहुंचने वाला है। कम शब्दों में कहें तो देख का दिवाला निकला हुआ है, और लोग इसे अगला श्रीलंका होने के कयास लगाने लगे हैं। ऐसे में अप्रैल में इमरान को हटाकर पीएम बने शहबाज शरीफ पर दीर्घकालिक फैसले लेने की जिम्मेदारी है, लेकिन उसी सरकार के नुमाइंदे उटपटांग सुझाव देकर अपने ही वतन की किरकिरी करा रहे हैं। आइए जानते हैं शरीफ सरकार के कुछ ऐसे ही फैसले और मंत्रियों के उल जलूल सुझाव जिनका सोशल मीडिया पर खूब मजाक बन रहा है।
पाकिस्तान सरकार के उटपटांग फैसले
- शानोशौकत पर खर्च कम करने के लिए शादियों में परोसी जाएगी सिर्फ 1 डिश
- बिजली बचाने के लिए दुकानों को बंद करने का वक्त रात 8.30 बजे तक तय
- पेट्रोल डीजल और बिजली बचाने के लिए हफ्ते में दो दिन की सरकारी छुट्टी
- 6000 का इंपोर्ट रोकने के लिए दिन में 1 से 2 बारे चाय की चुस्की की सलाह
- आईएमएफ से कर्ज पाने के लिए पेट्रोल डीजल के दाम 84 रुपये तक बढ़ाए गए
शादियों में बस एक ही डिश
सरकार पर इस वक्त लंबे समय की जरूरत के मुताबिक फैसले लेने की जिम्मेदारी है, लेकिन सरकार शॉर्टकट पर फोकस कर रही है। 8 जून को सरकार ने फैसला लिया कि इस्लामाबाद में होने वाली शादियों पर आंशिक बैन लगाया जाएगा। इसके तहत इस्लामाबाद में रात के 10 बजे के बाद कोई शादी नहीं होगी। इतना ही नहीं सरकार ने शादियों में परोसे जाने वाले जायके पर भी तलवार चला दी। आदेश में कहा गया कि शादियों में 1 से ज्यादा डिश भी नहीं परोसी जाए।
दुकानें जल्दी बंद कर दो
पाकिस्तान में बिजली का गंभीर संकट है, देश में 26000 मेगावाट बिजली की जरूरत है, लेकिन मिल पा रही है सिर्फ 18 हजार मेगावाट बिजली। हालात यह है कि भीषण गर्मी के बीच भी लाहौर और कराची में 14 घंटे बिजली कटौती झेलनी पड़ रही है। तो यहां चली शॉटकर्ट की एक और कैंची। पाकिस्तान के रक्षामंत्री ने ख्वाजा आसिफ ने ट्वीट कर बिजली बचाने का नायाब तरीका निकाला, जिसे सरकार ने कुछ बदलावों के साथ मान भी लिया। ख्वाजा ने कहा कि 'हमारे बाजार 1 बजे खुलकर रात 1 बजे तक खुलते हैं, खुदा ने जब हमें सूरत की रौशनी दी है, फिर हम कारोबार के लिए बिजली क्यों खर्चते हैं।' सरकार को यह आइडिया भा गया, और अब बाजार बंद होने का वक्त रात 8.30 मुकर्रर कर दिया गया है।
फिर से मिली 2 दिन की छुट्टी
उटपटांग फैसलों की यह कड़ी इमरान सरकार से जुड़ी है, जिन्होंने बिजली और पेट्रोल बचाने के लिए शनिवार को भी सरकारी अधिकारियों को छुट्टी दे दी थी। शहबाज सरकार ने आते ही इमरान के इस फैसले का पलट दिया। लेकिन जहां देश के पास न तो तेल और न हीं बिजली तो 14 जून का सरकार ने फैसला पलटते हुए 2 दिन की छुट्टी का फैसला फिर से अमल में ला दिया है। खैबरपख्तूनख्वाह प्रांत में कर्मचारियों को एक दिन का वर्क फ्रॉम होम भी मिला है।
कटिंग चाय
बीते हफ्ते पाकिस्तान के प्लानिंग एंड डेवलपमेंट मिनिस्टर अहसान शाह ने चाय कम पीने का फरमान सुना दिया। अहसान ने कहा कि ज्यादा चाय पीने से सरकार पर बोझ पड़ता है। पाकिस्तान दुनिया का सबसे बड़ा आयातक है। पाकिस्तान ने बीते साल 6000 करोड़ की आय का आयात किया था।
पेट्रोल पर सब्सिडी खत्म
पाकिस्तान में गुरुवार को ही पेट्रोल के दाम 24 रुपये बढ़कर डेढ़ सौ रुपये के और करीब पहुंच गए। 20 दिनों के अंदर देश में पेट्रोल करीब 84 रुपये महंगा हो चुका है। ऐसे में लोग कार और स्कूटर चलाने से तौबा कर रहे हैं। हालांकि इस फैसले के पीछे सरकार पर आईएफएफ का तेल पर सब्सिडी खत्म करने का दबाव भी है।
क्या श्रीलंका बन रहा है पाकिस्तान
इन उटपटांग प्रयोगों और फैसलों के पीछे सिर्फ यही डर है कि कहीं पाकिस्तान अगला श्रीलंका न बन जाए। पाकिस्तान सरकार पहले ही कह चुकी है कि उसके पास 45 दिनों का सरकारी खजाना बचा है। पाकिस्कान की आखिरी उम्मीद 50 हजार करोड़ का आईएमएफ पैकेज है, जिस पर 2020 से रोक लगी हुई है। यदि ये रोक नहीं खुल पाती तो पाकिस्तान के हालात और भी जर्जर हो जाएंगे।