पाकिस्तान ने अपनी आजादी के 75 साल में ऐसा वक्त कभी नहीं देखा था जो अब झेलना पड़ रहा है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भारत के किसी रईस की संपत्ति से भी कम बचा है। महंगाई चरम पर है। हालत इतने खराब हैं कि देश के पास तेल खरीदने तक के पैसे नहीं हैं। दूसरी ओर विश्व बैंक और आईएमएफ जैसी संस्थाओं से भी पाकिस्तान को मदद नहीं मिल पा रही है। ऐसे में कंगाली के टाइम बम पर बैठे पाकिस्तान के सामने किसी भी दिन दिवालिया होने का खतरा बन गया है। इस बीच ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट में पाकिस्तान की कंगाली की तारीख भी तय कर दी गई है।
ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान को यदि विदेशी मदद न मिली तो यह देश मई महीने में पूरी तरह कंगाल हो सकता है। पाकिस्तान की सरकार इस समय अरब देशों से लेकर अपने पुराने मददगार चीन के सामने भी हाथ फैला चुका है, लेकिन अभी तक किसी भी देश की ओर से पाकिस्तान को स्थाई समाधान नहीं मिला है। हालात इतने खराब हैं कि पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ से लेकर सेना प्रमुख असीम मुनीर कई मुस्लिम देशों से सीधे भीख मांग चुके हैं।
क्या है पाकिस्तान को चेतावनी
ब्रिटेन के अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने चेतावनी दी है कि यदि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानि आईएमएफ की ओर से पाकिस्तान को तत्काल मदद मुहैया न कराई गई तो इस परमाणु क्षमता संपन्न देश के सामने विदेशी कर्जे न चुकाते हुए डिफाल्ट का खतरा पैदा हो जाएगा।
हर दिन बुरे हो रहे हालात
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान के हालात दिनों दिन खराब होते जा रहे हैं। देश के पास बिजली घर चलाने लायक संसाधन नहीं हैं जिसके चलते लगभग पूरा पाकिस्तान रात में ब्लैकआउट झेल रहा है। वहीं विदेशी मुद्रा की भारी कमी के कारण पाकिस्तान में कारोबार भी ठप हो रहे हैं। देश के पास जरूरी और गैर जरूरी सामान के आयात के लिए विदेशी मुद्रा की भयंकर कमी है। पाकिस्तानी बंदरगाह विदेशों से आए कंटेनरों से भरे हुए हैं। लेकिन, खरीदारों के पास भुगतान करने के लिए डॉलर में पैसे नहीं हैं।
डॉलर में भुगतान पर प्रतिबंध
पाकिस्तान सरकार ने विदेशी मुद्रा को बनाए रखने के लिए डॉलर में भुगतान पर प्रतिबंध लगा रखा है। इस कारण पाकिस्तान में अब सप्लाई चेन के ठप पड़ने की आशंका बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान खाने-पीने की वस्तुएं समेत कपड़े, दवाइयां और भी बहुत कुछ विदेशों से आयात करता है। हाल ही में पाकिस्तान के मंत्री ने लोगों से चाय कम पीने की सलाह दी थी। क्योंकि पाकिस्तान अपनी जरूरी की शत प्रतिशत चाय का आयात करता है।