पाकिस्तान ने चीन से अतिरिक्त 10 अरब युआन (1.4 अरब डॉलर) का कर्ज देने का अनुरोध किया है। रविवार को जारी एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। नकदी संकट से जूझ रहा यह देश पहले ही मौजूदा 30 अरब युआन (4.3 अरब डॉलर) की चीनी व्यापार सुविधा का उपयोग कर चुका है। वित्त मंत्रालय द्वारा शनिवार देर रात जारी बयान में कहा गया कि वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने वाशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के दौरान चीन के वित्त उप मंत्री लियाओ मिन से मुलाकात की और उनसे मुद्रा अदला-बदली करार के तहत सीमा को बढ़ाकर 40 अरब युआन करने का अनुरोध किया।
क्या चीन करेगा अनुरोध को स्वीकार?
समाचार पत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के अनुसार, यदि चीन इसे स्वीकार कर लेता है, तो कुल सुविधा लगभग 5.7 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने ऋण सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है। हालांकि, चीन ने पिछले सभी ऐसे अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया है। यह नवीनतम अनुरोध चीन द्वारा मौजूदा 4.3 अरब डॉलर (30 अरब युआन) की सुविधा को अगले तीन वर्षों के लिए बढ़ाए जाने के दो सप्ताह से भी कम समय बाद आया है। पाकिस्तान और चीन ने चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग की हालिया यात्रा के दौरान एक मुद्रा अदला-बदली समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे पाकिस्तान की ऋण भुगतान अवधि 2027 तक बढ़ गई थी।
पाकिस्तान के खजाने में हुआ मामूली इजाफा
पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 18 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में बढ़ोतरी हुई है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पास मौजूद मुद्रा भंडार इस दौरान 18 मिलियन डॉलर बढ़ गया। इस तरह कुल मुद्रा भंडार 11 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।