Highlights
- पाकिस्तान ने IMF के साथ एक बड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं
- IMF से 6 अरब डॉलर के सहायता पैकेज का रास्ता बहाल
- पाकिस्तान अन्य अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से फाइनेंस भी प्राप्त कर सकेगा
इस्लामाबाद। खस्ताहाल आर्थिक हालात और नकदी के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को बहुत बड़ी राहत मिल गई है। पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ एक बड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस करार के बाद पाकिस्तान को आईएमएफ से मिलने वाले 6 अरब डॉलर के सहायता पैकेज का रास्ता बहाल हो गया है। इसके साथ ही अब पाकिस्तान अन्य अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से फाइनेंस भी प्राप्त कर सकेगा।
डॉन अखबार की खबर के अनुसार यह समझौता मंगलवार रात को हुआ। इससे पहले आईएमएफ के स्टाफ मिशन और पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल के नेतृत्व में एक दल ने 2022-23 के बजट पर सहमति को अंतिम रूप दिया। अखबार के अनुसार अधिकारियों ने करों से 43,600 करोड़ रुपये और अर्जित करने तथा पेट्रोलियम पर शुल्क को धीरे-धीरे 50 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाने का वादा किया था।
2019 से अटका था पैसा
पाकिस्तान के लिए 6 अरब डॉलर का यह सहायता पैकेज 2019 से लंबित है। आईएमएफ ने जुलाई 2019 में 39 महीने के लिए इसकी सहमति दी थी। अभी तक आधा धन ही दिया गया है। पैकेज के बहाल होते ही पाकिस्तान को तत्काल एक अरब डॉलर की राशि मिल सकती है जो उसे उसके कम होते विदेशी मुद्रा भंडार को संभालने के लिए जरूरी है।
पाकिस्तान को अपनानी होगी आर्थिक सख्ती
वित्त मंत्री इस्माइल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने आईएमएफ के साथ परामर्श करके बजट को अंतिम रूप दे दिया है।’’ उन्होंने कहा कि आईएमएफ के साथ बजट से संबंधित सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है। आईएएफ काफी लंबे समय से पेट्रोल डीजल पर दी जा रही सब्सिडी का विरोध कर रहा था। जिसे देखते हुए हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने सब्सिडी को हटा दिया था। जिसके बाद यहां तेल की कीमतों में 84 रुपये का इजाफा हुआ है।