Corporate Communication: कॉर्पोरेट फील्ड में बढ़ते कम्पटीशन के साथ कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन प्रोफेशनल्स का महत्व भी तेजी से बढ़ती जा रही है। कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन का फील्ड वैसे तो हमेशा से युवाओं के बीच काफी पसंद किया जाता रहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों से यहां पर बढ़ती करियर संभावनाओं के कारण अब यहां पर शानदार पैकेज के साथ जॉब हासिल करने का मौका मिल रहा है। अब कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन भी पहले की तरह नहीं रहा। अब यह विभाग कंपनी की कम्युनिकेशन स्ट्रेटेजीज बननाने के साथ ब्रांडिंग करना और कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन टेक्निक्स और मैनेजमेंट को आपस में जोड़ने का कार्य करता है। यहां कार्य करने वाले प्रोफेशन्लस पर कम्युनिकेशन स्ट्रेटेजीज तैयार करने के अलावा नई घोषणाएं, प्रेस विज्ञप्ति, भाषण, सम्मेलन, साक्षात्कार आदि की जिम्मेदारी होती है।
कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन में कोर्स
कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन का कोर्स अब कुछ कॉलेजों तक सीमित नहीं है। आज के समय में कई कॉलेज और यूनिवर्सिटीज इससे संबंधित कोर्स कराती है। छात्र 12वीं के बाद इन कोर्स में ग्रेजुएशन कर सकते हैं। इसके अलावा छात्र मीडिया और मास कम्युनिकेशन का कोर्स भी कर इस फील्ड में बेहतर करियर बना सकते हैं। कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन में छात्रों के लिए पब्लिक रिलेशन्स, प्रोफेशनल और ऑफिस कम्युनिकेशन, विज्ञापन, आंतरिक संचार, संकट प्रबंधन, ब्रांड मैनेजमेंट और इवेंट मैनेजमेंट जैसे कई क्षेत्र उपलब्ध हैं। इन सभी कोर्स कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन में करियर बनाया जा सकता है।
कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन में जरूरी स्किल
कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन में डिग्री के साथ कई स्किल्स का होना भी जरूरी होता है। इस फील्ड में करियर बनाने के लिए कम्युनिकेशन स्किल्स स्ट्रॉन्ग होना जरूरी है। साथ ही इंग्लिश या अन्य भाषाओं पर अच्छी कमांड होना चाहिए। इन प्रोफेशनल्स का मीडिया के साथ अच्छे रिलेशन बनाना, पब्लिक स्पीकिंग में निपुण होना, अच्छी लेखन शैली और आपको एडिटिंग का बेहतर ज्ञान होना बेहद जरूरी है। ये स्किल होने के बाद ही आप यहां पर बेहतर करियर बना सकते हैं।
कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन का करियर स्कोप
कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन का कोर्स करने के बाद कई फील्ड में करियर बनाने का मौका मिलता है। अगर आपके अंदर कॉर्पोरेट वर्ल्ड की पेचीदगियों को समझने की क्षमता है, तो यहां पर आपको आसानी से अच्छी जॉब मिल सकती है। इस फील्ड में आप मार्केटिंग एक्सपर्ट, पब्लिक स्पीकिंग एंड ट्रेनिंग एक्सपर्ट, सोशल मीडिया हैंडलर, कम्युनिकेशन मैनेजर, टेक्निकल कॉपीराइटर, एचआर, डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट, इवेंट मैनेजर या मीडिया प्लानर और लेक्चरर के तौर पर अपना करियर बना सकते हैं। इन प्रोफेशनल्स की जरूरत लगभग हर कंपनी व संस्थान को पड़ती है।