भारत सरकार की ओर से अक्टूबर का ट्रेड डेटा जारी कर दिया गया है। बीते महीने सालाना आधार पर निर्यात में 6 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है और यह बढ़कर 33.57 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जो कि पिछले वर्ष 31.60 अरब डॉलर पर था। हालांकि, इस दौरान आयात में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की बढ़त हुई है और यह 65.03 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। यह अक्टूबर 2022 में 57.91 अरब डॉलर था।
मासिक आधार गिरा आयात और निर्यात
मासिक आधार पर तुलना करें तो अक्टूबर में आयात और निर्यात दोनों में कमी करने को मिली है। सितंबर 2023 में 34.47 अरब डॉलर और 53.84 अरब डॉलर का आयात किया गया था।
व्यापारिक घाटा बढ़ा
आयाता और निर्यात में अंतर होने के कारण अक्टूबर में व्यापारिक घाटा सालाना आधार पर 18 प्रतिशत बढ़कर 31.46 अरब डॉलर हो गया है जो कि अक्टूबर 2022 में 26.3 अरब डॉलर था।
वाणिज्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव एल.सत्या श्रीनिवास ने कहा कि आयात के सबसे बड़े आंकड़ों के कारण अक्टूबर के दौरान घाटा (आयात व निर्यात के बीच का अंतर) ‘‘अधिकतम’’ है। इस वित्त वर्ष में कुल मिलाकर अप्रैल-अक्टूबर में निर्यात सात प्रतिशत घटकर 244.89 अरब डॉलर रहा है, जबकि आयात 8.95 प्रतिशत कम होकर 391.96 अरब डॉलर रहा। सात महीने की अवधि में व्यापार घाटा 147.07 अरब डॉलर था, जो पिछले साल समान अवधि में 167.14 अरब डॉलर था। इस अवधि में सोने का आयात 23 प्रतिशत बढ़कर 29.5 अरब डॉलर हो गया, जबकि कच्चे तेल का आयात अप्रैल-अक्टूबर में 18.72 प्रतिशत घटकर करीब 100 अरब डॉलर रह गया।
सर्विस सेक्टर का आयात-निर्यात
सर्विस सेक्टर के आयात-निर्यात अक्टूबर 2023 में कमी देखने को मिली है। अक्टूबर में भारत ने 28.70 अरब डॉलर की सर्विस निर्यात किया है, जबकि 14.32 अरब डॉलर की सर्विस का आयात किया है। सितंबर 2023 में भारत का सर्विस एक्सपोर्ट 29.37 अरब डॉलर और इम्पोर्ट 14.91 अरब डॉलर रहा था।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया कि अर्थशास्त्रियों को अक्टूबर में व्यापारिक घाटा 20 अरब डॉलर के आसापास आने का अनुमान था, लेकिन आयात-निर्यात के बीत अंतर बढ़ने के कारण इसमें बढ़त हुई है।