भारत में बिजली का संकट आने वाला है। घरों से इलेक्ट्रिसिटी गायब हो जाएगी। सरकार के पास कोयला खत्म हो रहा है। ऐसी कई बातें कुछ दिन पहले तक चर्चा के केंद्र में हुआ करती थी। हालांकि ऐसा कुछ हुआ नहीं। जिन लोगों को इस बात की चिंता थी कि बिजली हमेशा के लिए चली जाएगी, उन्हें आज की ये रिपोर्ट पढ़नी चाहिए। बिजली बनाने वाली सरकारी कंपनी एनटीपीसी ने इतनी अधिक मात्रा में बिजली का उत्पादन किया है कि पिछले साल के रिकॉर्ड टूट गए हैं।
300 अरब यूनिट बिजली उत्पादन
सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी का बिजली उत्पादन चालू वित्त वर्ष 2022-23 में 300 अरब यूनिट के आंकड़े को पार कर गया है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि एनटीपीसी के संयंत्रों का ‘लोड फैक्टर’ यानी क्षमता उपयोग (पीएलएफ) पांच जनवरी, 2023 तक 73.7 प्रतिशत रहा। यह एक साल पहले इसी अवधि में 68.5 प्रतिशत था। वहीं अखिल भारतीय स्तर पर कुल पीएलएफ 63.27 प्रतिशत रहा।
पिछले साल का टूटा रिकॉर्ड
इसमें कहा गया है कि कंपनी का बृहस्पतिवार तक 279 दिन में बिजली उत्पादन 300 अरब यूनिट रहा। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में पांच फरवरी तक 300 दिनों में 300 अरब यूनिट बिजली उत्पादन का आंकड़ा पार किया था। कंपनी का अप्रैल-दिसंबर,2022 के दौरान बिजली उत्पादन 295.4 अरब यूनिट रहा। यह इससे एक साल पहले की समान अवधि तुलना में 11.6 प्रतिशत अधिक है। वर्तमान में एनटीपीसी समूह की कुल स्थापित क्षमता 70,824 मेगावॉट है। हाल ही में, कंपनी की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 3,000 मेगावॉट को पार कर गई है।