NSE India: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने बृहस्पतिवार को कहा कि जून तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर नौ प्रतिशत बढ़कर 1,844 करोड़ रुपये हो गया। एनएसई ने एक बयान में कहा कि चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में परिचालन से होने वाली एकीकृत आय 2,987 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के मुताबिक, मार्च में भी समाप्त तीन महीनों के लिए उसका समेकित शुद्ध लाभ 31% बढ़कर 2,067 रुपये करोड़ हो गया था।
NSE की हो रही जबरदस्त कमाई
एनएसई के एक बयान के अनुसार , इसके विपरीत एक्सचेंज ने पिछले साल इसी समय के दौरान 1,580 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। पिछले वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही के लिए परिचालन से संयुक्त आय 3,453 करोड़ रुपये थी, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 31% अधिक थी। एक्सचेंज ने कहा कि व्यापार के अलावा, कुल राजस्व को लिस्टिंग, इंडेक्स सर्विसेज, डेटा सर्विसेज और सह-स्थान सुविधा सहित अन्य राजस्व लाइनों का भी सपोर्ट है।
इसके अतिरिक्त एनएसई बोर्ड ने FY23 प्रति शेयर 80 रुपये के डिविडेंड की सिफारिश की है। शेयरधारकों को अंतिम डिविडेंड को मंजूरी देने की आवश्यकता होगी। एनएसई ने समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कोर सेटलमेंट गारंटी फंड (सीएसजीएफ) में 203.45 करोड़ रुपये का योगदान दिया। कोर एसजीएफ का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यदि कोई क्लियरिंग सदस्य निपटान कर्तव्यों को पूरा नहीं करता है, तो हमेशा समाशोधन निगम के निपटान दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धनराशि आसानी से और बिना शर्त उपलब्ध हो। 2022-23 के लिए एक्सचेंज का शुद्ध लाभ पिछले वर्ष की समान अवधि में 5,198 करोड़ से बढ़कर 7,356 करोड़ रुपये हो गया।
कमाई के लिए है कई स्रोत
इसके अलावा, परिचालन से आय वित्त वर्ष 2013 में बढ़कर 11,856 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2012 में 8,313 करोड़ रुपये थी। एनएसई ने बताया कि 2022-2023 में उसने सरकारी खजाने में 28,989 करोड़ रुपये का योगदान दिया, जिसमें से एसटीटी (प्रतिभूति लेनदेन कर) 21,965 करोड़ रुपये, स्टाम्प ड्यूटी 1,987 करोड़ रुपये और जीएसटी 1,655 करोड़ रुपये आयकर शामिल था।
ये भी पढ़ें: SBI ने बताया भारत कब बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था! नहीं करना होगा लंबा इंतजार