हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से संकट में फंसे अडानी समूह के लिए एक और बुरी खबर आई है। देश के दोनों प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानि एनएसई और बीएसई ने समूह की दिग्गज कंपनी अडानी पावर को एक बार फिर निगरानी सूची में डाल दिया है। इससे पहले इन दोनो एक्सचेंज ने इसी हफ्ते समूह की दो कंपनियों को इस लिस्ट से बाहर किया था। दोबारा निगरानी लिस्ट में आना समूह के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
एक्सचेंज ने कहा कि अडाणी पावर को बृहस्पतिवार, 23 मार्च से अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी कदम (एएसएम) के दायरे में रखा जाएगा। शेयर बाजारों के परिपत्रों में यह जानकारी दी गई। इससे पहले, एनएसई और बीएसई ने अडाणी समूह की दो कंपनियों- अडाणी ग्रीन एनर्जी और एनडीटीवी के शेयरों को सोमवार से दीर्घकालिक अतिरिक्त निगरानी कदम (एएसएम) ढांचा के पहले चरण से बाहर रखने का निर्णय लिया था। दोनों शेयर बाजारों ने अडाणी पॉवर के साथ अडाणी एंटरप्राइजेज और अडाणी विल्मर को आठ मार्च को अल्पकालिक एएसएम के तहत रखा था, हालांकि 17 मार्च को तीनों को निगरानी के दायरे से बाहर कर दिया गया था। बुधवार को अडाणी समूह की दस सूचीबद्ध कंपनियों में से आठ लाभ के साथ बंद हुए थे।
अडानी के बाद अब कौन? हिंडनबर्ग रिसर्च का बड़ा ऐलान
हिंडनबर्ग रिसर्च और 24 जनवरी की तारीख को अडानी समूह शायद ही कभी भुला पाए। अब हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक नया ट्वीट कर दुनिया भर में एक बार फिर खलबली मचा दी है। इस शॉर्ट सेलिंग कंपनी ने ट्वीट कर जल्द ही एक और नई रिपोर्ट पेश करने का ऐलान कर दिया है। कंपनी ने ट्वीट कर कहा है कि 'नई रिपोर्ट जल्द आएगी— एक और बड़ा खुलासा होगा'। हालांकि कंपनी ने अभी इस बात को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है कि इस रिपोर्ट में निशाने पर कौन सी कंपनी होगी।