इस बार भयंकर गर्मी पड़ने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में बिजली की रिकॉर्ड मांग होगी। इसको देखते हुए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। केंद्र सरकार ने बिजली कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि झुलसाती गर्मी में बिजली कटौती न हो, इसके लिए अभी से कदम उठाने शुरू कर दें। केंद्रीय विद्युत मंत्री आर के सिंह ने सात मार्च को विद्युत, कोयला एवं रेलवे मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की थी, जिसमें आने वाले मौसम में बिजली की अधिक मांग को पूरा करने समेत विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। विद्युत मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि विद्युत मंत्री ने बिजली कंपनियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि गर्मियों के मौसम में बिजली कटौती नहीं की जाए।
बिजली की मांग पूरा करने के लिए तैयारी करें
उन्होंने सभी हितधारकों से स्थिति पर करीब से नजर रखने और आने वाले महीनों में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए पहले से कदम उठाने को भी कहा है। उन्होंने केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) से विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को कोयले के आवंटन के लिए निष्पक्ष एवं पारदर्शी व्यवस्था बनाने को भी कहा। प्राधिकरण का अनुमान है कि इस वर्ष बिजली की सर्वाधिक मांग अप्रैल में 229 गीगावॉट रह सकती है। मंत्री ने सभी हितधारकों से बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कदम उठाने को भी कहा है।
गर्मी बढ़ने के साथ बढ़ती है बिजली की मांग
भारत में इस साल भयंकर गर्मी पड़ने की आशंका है। इसके चलते एसी की मांग तेजी से बढ़ी है। एसी कंपनियों ने बिक्री में 25 फीसदी बढ़ने की उम्मीद जताई है। एसी के साथ फ्रीज, फंखे और कूलर की बिक्री भी बढ़ेगी। ये बिजली की मांग बढ़ाने का काम करेगा। इस साल फरवरी में भी गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ऐसे में अभी मार्च, अप्रैल, मई, जून और जुलाई में भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी, बिजली की मांग बढ़ेगी जो संकट बढ़ाने का काम करेगा।