नई दिल्ली रेलवे स्टेशन ने देश के सभी बड़े रेलवे स्टेशन को कमाई के मामले पीछे छोड़ दिया है। विज्ञापन, ब्रांडिंग से कमाई के मामले में राजधानी का नई दिल्ली रेलवे स्टेशन नंबर 1 बन गया है। दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल का हावड़ा और गुजरात का अहमदाबाद पांचवे स्थान पर है। रेलवे के मुताबिक कमाई में सबसे ऊपर नई दिल्ली स्टेशन है। नई दिल्ली स्टेशन ने विज्ञापन और ब्रांडिंग से 2500 करोड़ रुपये की कमाई की है। दूसरे स्थान पर हावड़ा, तीसरे स्थान पर निजामुद्दीन, चौथे स्थान पर सिकंदराबाद व पांचे स्थान पर अहमदाबाद रेलवे स्टेशन है। इन स्टेशनों की सालाना कमाई 1000 से 1800 करोड़ रुपये है और सालाना दो से छह करोड़ यात्री इन स्टेशनों से सफर करते हैं।
रेलवे की स्टेशनों से हो रही मोटी कमाई
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक रेलवे स्टेशनों के व्यवसायिक इस्तेमाल के जरिए नॉन फेयर रेवन्यू (एनएफआर) के तहत ये कमाई की गई है। इसके तहत रेलवे स्टेशनों की ब्रांडिंग, को-ब्रांडिंग, विज्ञापन, पाकिर्ंग, प्लेटफार्म टिकट, रेस्ट हाऊस, रिटायरिंग रूम, खाने-पीने के स्टाल, फूड प्लाजा, लांज, क्लॉक रूम, वेटिंग हॉल, वाई-फाई आदि एनएफआर मद में स्टेशनों की कमाई होती है। इसके तहत रेलवे हर साल यात्री ट्रेनों के अलाव रेलवे स्टेशनों से भी मोटी कमाई करता है।
पैसेंजर ट्रेनों से 60 हजारा सालाना कमाई
यात्री ट्रेनों से आने वाले किराये से अलग रेलवे प्रति वर्ष लगभग 60 हजार करोड़ रुपये कमाता है। देशभर में रेलवे के 8000 छोटे-बड़े स्टेशनों की संख्या है। ऐसे में 6000 मध्यम और बड़े रेलवे स्टेशनों से विभाग को हर साल लगभग दो लाख करोड़ रुपये प्राप्त हो रहे हैं। रेलवे बोर्ड ने बजट पर जवाब में बताया कि 2021-22 में 1,91,278.30 करोड़ रुपये की आय हुई है। जबकि 2022-23 (दिसंबर तक) 1,74,421.34 करोड रुपये कमाई हुई। वहीं चालू वित्तीय वर्ष में दो लाख करोड़ रुपये के राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। खासबात ये है कि इसमें स्टेशनों के रेल टिकट काउंटरों से टिकट बुकिंग का पैसा शामिल नहीं है।