सरकार को टैक्स (Income Tax) के मोर्चे पर सरकार को अच्छी खबर मिली है। महंगाई और विदेशी मुद्रा (Forex) पर बढ़ रहे दबाव के बीच सरकार के टैक्स कलेक्शन (Tax Collection) में इस साल जोरदार इजाफा देखने को मिल रहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में अब तक 16 प्रतिशत बढ़कर 4.75 लाख करोड़ रुपये रहा। टैक्स कलेक्शन में इस तेजी की एक वजह देश में आर्थिक गतिविधियों में तेजी को माना जा रहा है।
बजट अनुमान का 26 प्रतिशत हुआ टैक्स संग्रह
आयकर विभाग ने सोमवार को एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक प्रत्यक्ष कर संग्रह कुल बजट अनुमान के 26.05 प्रतिशत पर पहुंच गया है। इसमें आयकर और कंपनी कर शामिल हैं। कर वापसी के बाद प्रत्यक्ष कर संग्रह 4.75 लाख करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल इसी अवधि में शुद्ध कर संग्रह के मुकाबले 15.87 प्रतिशत अधिक है।
अब तक 42000 करोड़ के रिफंड जारी
मंत्रालय के अनुसार इस साल एक अप्रैल से नौ जुलाई के दौरान 42,000 करोड़ रुपये के ‘रिफंड’ जारी किये गये हैं। यह पिछले साल इसी अवधि में हुई कर वापसी के मुकाबले 2.55 प्रतिशत अधिक है। सकल रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह 14.65 प्रतिशत बढ़कर 5.17 लाख करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.23 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। यह वित्त वर्ष 2022-23 के 16.61 करोड़ रुपये के मुकाबले 9.75 प्रतिशत अधिक है।